तीन माह बाद बंद हुआ नहर में पानी, 20 से होगी शहर में राशनिग
मानसून की अच्छी बारिश ने शहर को पेयजल राशनिग से भी निजात दिलाई थी लेकिन बारिश बंद होते ही एक बार फिर से पेयजल कटौती की नौबत आ गई है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मानसून की अच्छी बारिश ने शहर को पेयजल राशनिग से भी निजात दिलाई थी, लेकिन बारिश बंद होते ही एक बार फिर से पेयजल कटौती की नौबत आ गई है। नहर में पानी आना 12 अक्टूबर को बंद हो गया था। पानी आना बंद होने पर जनस्वास्थ्य विभाग ने 20 अक्टूबर से पेयजल राशनिग का निर्णय लिया है। राशनिग के तहत बुधवार से शहर के एक हिस्से में एक दिन तो बाकी बचे हुए हिस्से में दूसरे दिन पानी की सप्लाई दी जाएगी।
दिवाली के लिए बचाकर रख रहे हैं पानी: शहर में पेयजल सप्लाई पूरी तरह से नहरी पानी पर निर्भर है। नहरी पानी का शेड्यूल 16-28 का है। यानी 16 दिन नहर में पानी आता है तथा 28 दिनों तक बंद रहता है। मानसून आने से पूर्व शहर में हर माह पानी के लिए राशनिग की जा रही थी। शहरवासियों को एक दिन छोड़कर एक दिन पानी दिया जा रहा था, लेकिन मानसून के दौरान नहर में पानी आना बंद नहीं हुआ और पिछले तीन माह से लगातार नहर में पानी आ रहा था। नहर में लगातार पानी आने से पेयजल सप्लाई में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई। बारिश बंद होने के बाद अब फिर से नहर में पानी आना बंद हो गया है। नहर में पानी बंद होने पर जनस्वास्थ्य विभाग अब फिर से राशनिग करेगा। सिचाई विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि नहर में पानी अब पांच अक्टूबर से आना शुरू होगा। ऐसे में करीब 20 दिनों तक स्टोरेज टैंकों से शहर में लगातार पेयजल सप्लाई देना संभव नजर नहीं आ रहा इसलिए विभाग की ओर से 20 अक्टूबर से पेयजल राशनिग की जाएगी। हालांकि दिवाली के नजदीक पेयजल सप्लाई सुचारू कर दी जाएगी। दिवाली चार नवंबर की है तथा इससे पूर्व एक नवंबर से सप्लाई बहाल की जाएगी ताकि त्योहार के दौरान लोगों को परेशानी नहीं हो।
आबादी बढ़ी, वाटर स्टोरेज क्षमता नहीं: शहर की आबादी बीते कुछ सालों के दौरान तेजी से बढ़ी है लेकिन पानी को स्टोर करने की क्षमता नहीं बढ़ पाई है। गांव कालाका में पांच वाटर टैंक है तथा लिसाना में दो वाटर टैंक है जिनमें पानी स्टोर करके रखा जाता है तथा शहर में सप्लाई किया जाता है। कम से कम दो वाटर टैंक और बनाने की आवश्यकता है लेकिन लंबे समय से यह प्रोजेक्ट अटका हुआ है।
त्योहार के दौरान लोगों को पानी की समस्या नहीं हो इसलिए 20 अक्टूबर से पेयजल राशनिग शुरू की जाएगी। हालांकि दिवाली के दौरान शहरवासियों को रोजाना पूरा पानी दिया जाएगा। लोगों से आग्रह है कि पानी को व्यर्थ न बहाएं।
-अजय यादव, कनिष्ठ अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग