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अंतरराष्ट्रीय मंच पर अंग्रेजी में भी गूंजेगी गीता

महज 12 वर्ष की उम्र में गीता के 18 अध्यायों के 700 श्लोकों को अर्थ सहित कंठस्थ करने वाली 15 वर्ष 11 महीने की उम्र में छह घंटे 17 मिनट में संपूर्ण श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करके इंडिया बुक आफ रिकार्ड और एशिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराने वाली जबलपुर की सुरभि मुले जब बाल भवन में चल रहे गीता महोत्सव में श्लोकोच्चारण करने लगीं तो पांडाल में बैठा हर व्यक्ति हैरान हो गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 06:44 PM (IST)Updated: Mon, 13 Dec 2021 06:44 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय मंच पर अंग्रेजी में भी गूंजेगी गीता
अंतरराष्ट्रीय मंच पर अंग्रेजी में भी गूंजेगी गीता

अमित सैनी, रेवाड़ी

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महज 12 वर्ष की उम्र में गीता के 18 अध्यायों के 700 श्लोकों को अर्थ सहित कंठस्थ करने वाली, 15 वर्ष 11 महीने की उम्र में छह घंटे 17 मिनट में संपूर्ण श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करके इंडिया बुक आफ रिकार्ड और एशिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराने वाली जबलपुर की सुरभि मुले जब बाल भवन में चल रहे गीता महोत्सव में श्लोकोच्चारण करने लगीं तो पांडाल में बैठा हर व्यक्ति हैरान हो गया। सुरभि मुले को न सिर्फ गीता का एक-एक श्लोक कंठस्थ था बल्कि वह उनके अर्थ को भी कुछ यूं समझा रही थीं जैसे भगवान श्रीकृष्ण अपने पार्थ अर्जुन को जीवन का सत्य बता रहे हो। रिकार्ड होल्डर सुरभि जबलपुर से विशेष तौर पर जिलास्तरीय गीता महोत्सव में शिरकत करने के लिए रेवाड़ी पहुंची थीं। अंग्रेजी में याद कर रही हैं हर श्लोक का अर्थ: मां सोनल व पिता अखिल मूले के साथ रेवाड़ी पहुंचीं सुरभि मुले ने बातचीत के दौरान कहा कि गीता सिर्फ एक दायरे में सीमित रहने वाला ग्रंथ नहीं है। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए वह गीता के हर श्लोक का अर्थ अंग्रेजी में कंठस्थ कर रही हैं ताकि दूसरे देशों में भी जाकर लोगों को गीता का सार समझा सकें। उन्होंने बताया कि जब वह महज आठ वर्ष की थीं तो उनकी दादी विजया मुले ने उन्हें गीता के श्लोक कंठस्थ कराने व प्रत्येक श्लोक का अर्थ समझाना शुरू कर दिया था। चार वर्षों में उन्होंने इस महान ग्रंथ को कंठस्थ याद कर लिया था। इसके बाद इसी वर्ष जून में पहले इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराया और 14 जुलाई 2021 को एशिया बुक आफ रिकार्ड में भी उनका नाम दर्ज हुआ। सुरभि का कहना है कि गीता में जीवन की हर उलझन का समाधान मौजूद है। सुरभि का मानना है कि शिक्षण संस्थानों में गीता का अध्ययन अनिवार्य कर देना चाहिए ताकि हर बच्चा इस ग्रंथ के माध्यम से जीवन के सत्य से परिचित हो सके। सुरभि का अगला लक्ष्य एक साथ लाखों देशवासियों को गीता का पाठ कराने का है, जिसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी भेजा हुआ है। जिस प्रकार बाबा रामदेव ने लाखों लोगों को एक साथ योग कराकर रिकार्ड बनाया है वह गीता का पाठ कराकर रिकार्ड बनाना चाहती हैं।


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