वन-वे नहीं है शहर की समस्याओं का समाधान: कैप्टन
कांग्रेसी नेता व प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने रेवाड़ी शहर के सरकुलर रोड पर लागू किए गए वन-वे सिस्टम की कड़ी आलोचना की। कैप्टन ने कहा कि इस तरह का नियम लागू करने से पहले जरूरी व्यवस्थाएं करनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: कांग्रेसी नेता व प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने रेवाड़ी शहर के सरकुलर रोड पर लागू किए गए वन-वे सिस्टम की कड़ी आलोचना की। कैप्टन ने कहा कि इस तरह का नियम लागू करने से पहले जरूरी व्यवस्थाएं करनी चाहिए। जहां पर तमाम रेड लाइट फेल है और पार्किग के नाम पर कुछ नहीं है, वहां लोगों को इस तरह से परेशान नहीं किया जा सकता।
बता दें कि जिला प्रशासन ने शनिवार को ही वन-वे सिस्टम को स्थायी रूप से लागू करने की घोषणा की है।
कैप्टन शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधायक चिरंजीव राव की संस्तुति पर डी-प्लान में रेवाड़ी के लिए 60 लाख रुपये के विकास कार्य स्वीकृत किए गए हैं। सरकार से युवा निराश हैं। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। रेवाड़ी शहर में मल्टी लेवल पार्किग जैसे काम हाथ में लेने चाहिए थे, मगर यहां पर विकास के मामले में भेदभाव हो रहा है। रेवाड़ी में न एम्स का निर्माण शुरू किया गया है और न ही कोई अन्य बड़ी परियोजना दी गई है। कांग्रेस में जिला इकाई के गठन से जुड़े सवाल पर कैप्टन ने कहा कि युवा व महिला इकाइयों का गठन हो चुका है। जल्द ही बूथ स्तर तक जनरल बाडी भी गठित हो जाएगी। हम भाजपा से भी मजबूत संगठन खड़ा करने जा
रहे हैं। हमारी भी सुनती है मनोहर सरकार, मगर. कैप्टन अजय सिंह यादव बातों में उलझकर एक बार फिर अप्रत्यक्ष रूप से मनोहर सरकार की तारीफ कर गए। जब उनसे यह सवाल किया गया कि आप एक ओर अपने विधायक बेटे चिरंजीव राव की संस्तुति पर 60 लाख रुपये के विकास कार्य स्वीकृत होने की बात कह रहे हो, दूसरी ओर मनोहर से इस्तीफा मांग रहे हो, तब कैप्टन ने कहा कि यह बात तो सच है कि मनोहर सरकार हमारी भी सुनती है। हमारे काम तो हो रहे हैं, मगर लगे हाथ कैप्टन ने यह भी कह दिया कि सुनती तो है, मगर चिरंजीव कांग्रेस के विधायक हैं, इसलिए पूरी नहीं सुनती। दूसरे हलकों से कम पैसा रेवाड़ी को दिया जा रहा है। कैप्टन यादव ने जयपुर के निकट सड़क हादसे में जान गंवाने वाले राकेश भार्गव, उनकी पत्नी रंजना भार्गव व बहन बबीता की मृत्यु पर भी शोक व्यक्त किया।