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पाइप लाइन डालकर उखड़ी हुई ही छोड़ दी सड़क

शहर के सरकुलर रोड पर ट्रैफिक को वन-वे कर दिया गया है लेकिन न तो भीतरी सड़कें ठीक हैं और न ही बाहरी बाईपास। शहरवासियों के सामने अब बड़ी मुसीबत यही है कि वह जाएं तो जाएं कहां से। बाईपास पर नगर परिषद की ओर से अमृत योजना के तहत करीब छह माह पूर्व सीवर व पानी की बड़ी लाइन डाली गई थी। चैंबर भी बनाए गए थे। लाइन डालने व चैंबर बनाने के बाद सड़क उखड़ी हुई ही छोड़ दी गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 04:43 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 05:17 PM (IST)
पाइप लाइन डालकर उखड़ी हुई ही छोड़ दी सड़क
पाइप लाइन डालकर उखड़ी हुई ही छोड़ दी सड़क

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: शहर के सरकुलर रोड पर ट्रैफिक को वन-वे कर दिया गया है, लेकिन न तो भीतरी सड़कें ठीक हैं और न ही बाहरी बाईपास। शहरवासियों के सामने अब बड़ी मुसीबत यही है कि वह जाएं तो जाएं कहां से। बाईपास पर नगर परिषद की ओर से अमृत योजना के तहत करीब छह माह पूर्व सीवर व पानी की बड़ी लाइन डाली गई थी। चैंबर भी बनाए गए थे। लाइन डालने व चैंबर बनाने के बाद सड़क उखड़ी हुई ही छोड़ दी गई।

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आलम यह है कि बाईपास पर अब राव अभय सिंह चौक से लेकर रामगढ़ चौक तक हालात ऐसे नहीं हैं कि वाहन चालक अपने वाहनों को तो सही तरीके से चला सकें। बाईपास की एक लेन पूरी तरह से मिट्टी में ही दबी नजर आती है।

एसटीपी से मिलाई गई थी बड़ी लाइन: अमृत योजना के तहत करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट नगर परिषद को सौंपे गए थे। नप की ओर से बाईपास पर सीवर की बड़ी लाइन डाली गई है। बहुत सी जगहों पर पानी की लाइन भी डली है। सीवर की बड़ी लाइन बाईपास पर से जाकर नसियाजी रोड स्थित एसटीपी प्लांट से जुड़ी है। यही कारण है कि बाईपास पर खोदाई करके पाइप दबाए गए थे। पाइप दबाने के लिए बाईपास की एक लेन को तोड़ा गया।

सीवर लाइन दबाने के साथ ही बाईपास के साथ-साथ सीवर के चैंबर भी बनाए गए हैं। लाइन दबाने व चैंबर का काम पूरा करने के बाद बाईपास की आधी सड़क को उखड़ा हुआ ही छोड़ दिया गया है। उखड़ी हुई सड़क पर से दिनभर मिट्टी उड़ती रहती है जो न सिर्फ स्थानीय लोगों बल्कि वाहन चालकों के लिए भी मुसीबत बन गई है। वाहन चालकों के लिए सिर्फ एक लेन ही वाहन चलाने के लिए बची हुई है। उड़ते हुए धूल के कण अक्सर वाहन चालकों की आंख में जाते रहते हैं, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं। स्थानीय लोग इस लापरवाही की शिकायत कई बार दर्ज करा चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। रामगढ़ रोड पर भी हालात ऐसे ही: रामगढ़ चौक से गांव की ओर जाने वाली सड़क के हालात भी ऐसे हैं। यह सड़क भी बीते करीब एक साल से उखड़ी हुई है। यहां पर भी लाइन डाली गई थी। सड़क का आगे का हिस्सा तो नप की ओर से दुरुस्त करा दिया गया था, लेकिन चौक से लेकर गांव की ओर करीब 300 मीटर का हिस्सा आज भी उखड़ा हुआ है। नगर परिषद की ओर से लाइन डाली गई है और सड़क बनाने की जिम्मेदारी भी उनकी है। उखड़ी हुई सड़क के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है तथा लोग परेशानी झेल रहे हैं। मैं हाउस की मीटिग में भी इस मुद्दे को उठाऊंगा। जिस ठेकेदार के पास पूरा काम है उसने महीनों से सड़क नहीं डाली है जिसपर कार्रवाई होनी चाहिए।

-एडवोकेट लोकेश यादव, पार्षद बाईपास पर आधी सड़क उखाड़ दी गई, जिसके कारण बस एक लेन ही बची है जिस पर ट्रैफिक चल रहा है। इतनी महत्वपूर्ण सड़क को बनाने में भी लापरवाही बरती जा रही है, जिसके कारण कई हादसे हो चुके हैं। अब सरकुलर रोड पर वन-वे होने के बाद बाइपास पर ट्रैफिक बढ़ा है। इसलिए इसको दुरुस्त कराया जाए।

-चंदप्रकाश, स्थानीय निवासी नगर परिषद की ओर से अमृत योजना के तहत सीवर लाइन डाली गई है। बाईपास की सड़क हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधीन है तथा उनके पास रोड कट का चार्ज जमा कराया हुआ है। अब एचएसवीपी को ही टूटी हुई सड़क का निर्माण कराना है।

-पूनम यादव, चेयरपर्सन नप


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