एमसीए व बीटेक में दाखिले के लिए आवेदन 27 तक
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षण विभाग में संचालित एमसीए व बीटेक में दाखिले के लिए आफलाइन आवेदन का कार्यक्रम जारी कर दिया है हालांकि पहले विश्वविद्यालय की ओर से इन कोर्सों के लिए आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षण विभाग में संचालित एमसीए व बीटेक में दाखिले के लिए आफलाइन आवेदन का कार्यक्रम जारी कर दिया है, हालांकि पहले विश्वविद्यालय की ओर से इन कोर्सों के लिए आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे। सीटें खाली रहने की स्थिति में विश्वविद्यालय की ओर से अब आफलाइन आवेदन मांगे गए हैं। दोनों कोर्सों में दाखिले के लिए विद्यार्थी 27 नवंबर तक आवेदन फार्म जरूरी प्रमाण पत्रों सहित संबंधित विभाग में जमा करा सकते हैं। फिजिकल काउंसिलिग पूर्व में निर्धारित किए गए मानदंडों के अनुसार होगी। विद्यार्थियों को सुबह 10:30 से दोपहर 12:50 बजे तक उनके वर्ग के अनुसार सीट प्रदान की जाएगी। उसके बाद खाली सीटें स्वत: सामान्य वर्ग में परिवर्तित हो जाएंगी और उसके अनुसार ही भरी जाएंगी। काउंसिलिग प्रक्रिया निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संबंधित विभाग में सुबह 10:30 बजे से चलेगी तथा इसके लिए विद्यार्थियों को अलग से कोई सूचना नहीं दी जाएगी। मेरिट लिस्ट विश्वविद्यालय की वेबसाइट तथा संबंधित विभाग के सूचना पट पर लगाई जाएंगी। संबंधित विभागों के अध्यक्षों को फिजिकल काउंसिलिग के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करना होगा। ये रहेगा दाखिले का कार्यक्रम - 27 नवंबर तक विद्यार्थियों को आवेदन फार्म संबंधित विभागों में जरूरी कागजात के साथ जमा कराना होगा।
- 28 नवंबर को मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
-1 दिसंबर को पहली फिजिकल काउंसिलिग होगी तथा शाम 5 बजे बाद खाली सीटें प्रदर्शित की जाएंगी।
- 2 दिसंबर को दूसरी फिजिकल काउंसिलिग होगी तथा शाम 5 बजे बाद खाली सीटें प्रदर्शित की जाएंगी।
- 4 दिसंबर को तीसरी फिजिकल काउंसिलिग होगी तथा शाम 5 बजे बाद खाली सीटें प्रदर्शित की जाएंगी।
- 5 दिसंबर को ओपन काउंसिलिग आयोजित की जाएगी।
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एमसीए व बीटेक में दाखिले हेतु आफलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। विद्यार्थी 27 नवंबर तक संबंधित विभागों में आवेदन कर सकते हैं। मेरिट लिस्ट में शामिल विद्यार्थियों को काउंसिलिग के लिए फिजिकल रूप से उपस्थित होकर प्रमाण पत्रों की जांच करानी होगी।
- डा. सुरेश धनेरवाल, परीक्षा नियंत्रक आइजीयू