Move to Jagran APP

तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) मीरपुर में उन्नत भारत अभियान की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया। समारोह के समापन अवसर पर कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार गक्खड़ एवं कुलसचिव प्रो. ममता कामरा विशेषरूप से उपस्थित रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 04:39 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 04:39 PM (IST)
तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) मीरपुर में उन्नत भारत अभियान की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया। समारोह के समापन अवसर पर कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार गक्खड़ एवं कुलसचिव प्रो. ममता कामरा विशेषरूप से उपस्थित रहे।

loksabha election banner

कुलपति प्रो. सुरेंद्र गक्खड़ ने उन्नत भारत अभियान द्वारा आयोजित कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई दी और गावों के विकास में लिए भविष्य में भी ऐसे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यशाला में 50 से अधिक किसानों ने भाग लिया और इस दौरान विभिन्न उपयोगी जानकारियां दी गईं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़ की ओर से आयोजित कार्यशाला में प्रशिक्षक के तौर पर संस्थान द्वारा विशेषज्ञों व पहले से जैविक खेती कर रहे किसानों को आमंत्रित किया गया था।

कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करना है। इसमें किसानों को जैविक खेती और खेती के अन्य प्रारूपों से अवगत कराया गया। इस दौरान किसानों के समक्ष आने वाली समस्याओं के बारे में भी विचार विमर्श किया गया। इसके बाद प्रो. सुनील द्वारा धुआं रहित चूल्हा बनाने की विधि बताते हुए कहा कि धुआं रहित चूल्हा बनाने से वातावरण में प्रदूषण 80 फीसद कम हो जाता है और इंजन की भी बचत होती है, जिससे कि वातावरण में कार्बन का स्तर भी कम होता है।

आइजीयू की उन्नत भारत अभियान की संयोजक डा. पिकी इंसां ने कहा कि उनकी टीम गोद लिए गए गावों में विकास के विभिन्न कार्यों करने एवं उन्हें आदर्श गांव बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी। किसानों द्वारा इस तरह की कार्यशाला को भविष्य में भी आयोजित किए जाने की मांग की गई ताकि उनकी खेती संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिविर में जैविक बागवानी में संभावनाएं, चुनौतियां और फायदे तथा सब्जी उत्पादन में प्रयास विषय पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिया गया।

कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के डा. रामकुमार व आइसीएआर देहरादून के डा. शैलेंद्र यादव, जैविक किसान डा. राजकुमार आर्य, फतेहपुर साहिब पंजाब के डा. जुझर सिंह, डा. एसएस पटनायक, डा. एचके विनायक, डा. यूएन राय ने व्याख्यान दिया। भारत व इससे बाहर जैविक खेती के प्रावधान विषय पर प्रो. यूएन राय ने तथा डा. गौरव शर्मा ने फार्म डिजाइन और टेक्नोलोजी विषय पर विचार रखे। इस अवसर पर उन्नत भारत अभियान के अन्य सदस्यों के साथ मनोविज्ञान विभाग के डा. संदीप पांचाल, भौतिक विज्ञान के डा. सुनील, संदीप विधि विभाग के अनिल, योगेश और तकनीक से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.