पत्नी मांगती थी एक लाख रुपये महीना, ज्वैलर ने लगाई फांसी
गांव चांदनवास में मंगलवार को करीब 42 वर्षीय ज्वैलर ने अपने कमरे फांसी लगा ली। पुलिस ने पत्नी सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों पर मामला दर्ज किया..
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : गांव चांदनवास में मंगलवार को करीब 42 वर्षीय ज्वैलर ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसकी जेब से सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसमें पत्नी सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस के अनुसार गांव चांदनवास निवासी नरेश कुमार ने गांव के ही बस स्टैंड पर ज्वैलरी की दुकान की हुई थी। नरेश व उसका छोटा बेटा विकास दोनों दुकान पर बैठते थे। मंगलवार को नरेश ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया। घटना के समय परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं था। विकास घर पर पहुंचा तो नरेश का कमरा अंदर से बंद था। सूचना पर बड़ा बेटा सुनील भी मौके पर पहुंचा और किसी तरह दरवाजा खोला। नरेश को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद रोहडाई थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। रुपए नहीं देने पर पत्नी चली जाती थी मायके:
सुसाइड नोट में नरेश ने लिखा है कि उसकी पत्नी मंजू हर माह उससे एक लाख रुपये की मांग करती थी। वह उसे हर महीना पैसे देता था। जिस महीने पैसे नहीं देता था तो वह अपने मायके चली जाती थी। उसकी मौत के जिम्मेदार पत्नी मंजू, ससुर परमानंद, सास इंद्रा, साला देशराज व संजय है। शिकायत में मृतक के बेटे सुनील ने कहा है कि उसके पिता व मां के बीच में कई दिनों से अनबन चल रही थी। 9 नवंबर को उसकी मां मंजू पिता से यह कहकर गई थी कि वह अब वापस नहीं आएगी। उस दिन से उसके पिता परेशान चल रहे थे। उसके पिता की मौत के लिए उसकी मां, नानी, नाना व दोनों मामा जिम्मेदार है। रोहडाई थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया तथा सुनील की शिकायत पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।