जोहड़ और खेल मैदान की स्थिति सुधारने की लगाई गुहार
गांव भाड़ावास के ग्रामीणों ने मिलकर गांव की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए श्रमदान किया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: गांव भाड़ावास के ग्रामीणों ने मिलकर गांव की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए श्रमदान किया। लोगों का कहना है कि लगभग तीन एकड़ क्षेत्र में बस अड्डे पर बने हुए जोहड़ में करीब 40 वर्षों से गांव का दूषित पानी भरा हुआ था। इससे ओवरफ्लो होकर गांव की गलियों में भरा रहता था। शासन और प्रशासन की अनदेखी के चलते कई बार बुजुर्ग, वाहन चालक और आमजन घायल हो चुके थे। इसके अलावा आए दिन मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है।
गांव के युवाओं ने अस्थल मंदिर बाबा मोहनदास के महंत महावीर दास के आशीर्वाद एवं आर्थिक सहयोग से इस जोहड़ को सवा दो माह के प्रयास से खाली कर दिया है। अब इसमें छटाई का कार्य पोकलेन मशीन (चेन वाली बड़ी जेसीबी) तथा हाईवा डंपर से जारी है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से इसकी सुध लेते हुए सुधार कराने की गुहार लगाई है। इस संबंध में बुधवार को गांव के लोगों का प्रतिनिधि रामपुरा स्थित उनके आवास पर पहुंचकर वहां मौजूद प्रतिनिधि को लिखित में पत्र सौंपा। लोगों का कहना था कि बारिश के दौरान यहां हालत बद से बदतर होती है। इसलिए गांव के जोहड़ की छंटाई करने के साथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान का सुंदरीकरण कराने की गुहार लगाई जा रही है। उनका कहना था कि गांव भाड़ावास केंद्रीयमंत्री द्वारा गोद लिया हुआ है। उनका कहना था कि मौसम विभाग ने बार-बार बरसात की चेतावनी दी है। इसलिए ग्रामीणों ने इसकी छंटाई का कार्य आरंभ करा दिया है। इसकी छंटाई की हुई मिट्टी गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खेल के मैदान में तथा गांव के चार- पांच श्मशान भूमि के रास्तों पर भी मिट्टी डालकर उठाए जाने का विचार किया गया है। गांव की सार्वजनिक धर्मशाला के खाली मैदान में भी इस मिट्टी से भरत करने का विचार है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आर्थिक और प्रशासनिक सहयोग करने की गुहार लगाई है।