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किरायेदार बनकर भेजा क्यूआर कोड, 51 हजार निकाले

आए दिन ठगी के मामले सामने आने तथा पुलिस द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बावजूद साइबर क्राइम के मामलों में कमी नहीं आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 04:44 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 04:44 PM (IST)
किरायेदार बनकर भेजा क्यूआर कोड, 51 हजार निकाले
किरायेदार बनकर भेजा क्यूआर कोड, 51 हजार निकाले

संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: आए दिन ठगी के मामले सामने आने तथा पुलिस द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बावजूद साइबर क्राइम के मामलों में कमी नहीं आ रही है। शातिर ठग ने गांव खलियावास निवासी व्यक्ति को किराया देने के बहाने से क्यूआर कोड भेजकर बैंक खाते से नकदी निकाल ली। मोबाइल पर नकदी निकलने का मैसेज आने के बाद ठगी के बारे में पता लगा तथा बैंक खाता बंद करा पुलिस को शिकायत दी है।

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पुलिस को दी शिकायत में गांव खलियावास निवासी सतपाल ने कहा कि उन्होंने गांव में कमरे बनाकर श्रमिकों को किराये पर दिए हुए हैं। 26 दिसंबर को एक व्यक्ति का फोन आया तथा उसने नेट बैंकिग से खाते में किराया भेजने की बात कही। शातिर व्यक्ति ने बैंक अकाउंट नंबर लेकर पहले सतपाल के खाते में पांच रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद वाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजकर स्कैन करने के लिए कहा ताकि एक बार में ही सारा किराया खाते में जमा कर सके। क्यूआर कोड स्कैन करते ही सतपाल के बैंक खाते से 51 हजार रुपये कट गए। मोबाइल पर पैसे कटने का मैसेज देखकर उन्होंने वापस काल की, लेकिन मोबाइल स्विच आफ था। ठगी का पता लगते ही उन्होंने अपना खाता बंद कराया तथा पुलिस को शिकायत दी। सतपाल के खाते में और भी पैसे जमा थे, परंतु समय रहते ठगी का पता लगने के कारण साइबर ठग और नकदी नहीं निकाल पाए। सतपाल ने सोमवार को पुलिस को शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है तथा जांच शुरू कर दी है। पीड़ित को समय पर ठगी के बारे में पता लग गया, जिस कारण ठग और राशि नहीं निकाल पाया। क्यूआर कोड भेजकर ठगी की गई है।

-एएसआइ संदीप कुमार, जांच अधिकारी, धारूहेड़ा थाना।


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