गर्मी बढ़ने के साथ ही 50 लाख यूनिट पर पहुंची बिजली खपत
जिले में मई-जून के महीने में जो बिजली की खपत रहती थी वह अब अप्रैल महीने में ही पहुंच गई है। आने वाले समय में बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: पिछले एक पखवाड़े से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही जिला में बिजली की खपत भी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। जिले में मई-जून के महीने में जो बिजली की खपत रहती थी वह अब अप्रैल महीने में ही पहुंच गई है। आने वाले समय में बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है। वर्तमान में जिले में प्रतिदिन बिजली खपत का आंकड़ा 50 लाख यूनिट प्रतिदिन पर पहुंच गया है, जबकि मार्च में 43 लाख यूनिट प्रतिदिन की खपत हो रही थी।
तापमान में बढ़ोतरी का दिख रहा बिजली की खपत पर असर:
जिले में अप्रैल के महीने की शुरुआत से ही लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में जिले का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। गर्मी के चलते दोपहर के समय में लोगों ने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। लोगों के घर से बाहर नहीं निकलने के कारण लगातार बिजली की खपत में भी बढ़ोतरी हो रही है। अन्य वर्षों में 10 अप्रैल के आसपास लोग कूलर व एसी का इस्तेमाल करना शुरू करते थे, लेकिन इस वर्ष मार्च महीने के दूसरे सप्ताह में ही लोगों ने कूलर व एसी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इसके चलते मार्च महीने के बाद से ही बिजली की खपत में इजाफा हो रहा है। समान्यत: मार्च महीने में बिजली की खपत लगभग 40 लाख यूनिट प्रतिदिन होती है, लेकिन इस वर्ष मार्च महीने में ही बिजली की खपत 43 लाख यूनिट पर पहुंच गई थी। वहीं अप्रैल महीने में तो यह खपत 50 लाख यूनिट पर पहुंच गई है। पिछले वर्ष अप्रैल महीने में बिजली की खपत 41 लाख यूनिट प्रतिदिन के आसपास थी।
मांग बढ़ते ही फीडर हुए ओवरलोड:
जिले में बिजली की मांग बढ़ते ही फीडर ओवरलोड होने लग गए हैं। शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली खपत में इजाफा हुआ है, जिसके चलते फाल्ट भी बढ़ गए हैं। वहीं कृषि क्षेत्र में बिजली की मांग घटने से निगम को थोड़ी राहत जरूर मिली है। निगम की ओर से पुराने तारों व अवरोधकों को हटाने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन एकदम बिजली की खपत बढ़ने से निगम की परेशानी बढ़ गई है।
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गर्मी के कारण इस बार अप्रैल महीने में ही बिजली की खपत बढ़ गई है। बिजली की कोई कमी नहीं है। शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पूरी सप्लाई दी जा रही है। फाल्ट की समस्या से निपटने के लिए कर्मचारी पुराने तारों को बदलने के साथ ही फ्यूज आदि को भी बदल रहे हैं।
- पीके चौहान, अधीक्षण अभियंता बिजली वितरण निगम