एसएमएस व काल आने पर ही मंडी में फसल लेकर आएं किसान
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में गेहूं की खरीद 1975 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद केंद्रों पर की जाएगी तथा किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: 1 अप्रैल से नई अनाजमंडी में गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए मंडी में पहुंचने को लेकर अक्सर असमंजस बनी रहती है। अब मार्केट कमेटी की ओर से किसानों को सीधे उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एसएमएस किया जा रहा है। उस एसएमएस में पूरी जानकारी होगी कि किसान को कितनी तारीख को कितने बजे अपनी फसल बेचने के लिए मंडी में आना है। ऐसे में जिन किसानों के पास एसएमएस पहुंचे वे ही मंडी में फसल बेचने के लिए आएं।
उपायुक्त ने बैठक लेकर दिए निर्देश
वहीं फसल खरीद को लेकर उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने भी जिला सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की तथा आवश्यक निर्देश जारी किए। उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में गेहूं की खरीद 1975 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद केंद्रों पर की जाएगी तथा किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने सभी खरीद एजेंसियों, आढ़तियों व संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि फसल बेचने आए किसान को कोई भी समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला की रेवाड़ी, कोसली व बावल मंडियों में गेहूं की खरीद सुचारू रूप से करने के लिए कमेटियों का गठन किया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गेहूं की खरीद प्रक्रिया को लेकर जिला स्तर पर कंट्रोल सेंटर बनाने के निर्देश भी दिए। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए उपायुक्त ने निर्धारित नियमों के तहत रबी सीजन की फसलों की खरीद में पूरा ध्यान रखने के आदेश दिए।
मंडियों में व्यवस्था करने के दिए निर्देश:
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जिले में बनी मंडियों में बिजली की पर्याप्त व्यवस्था, पेयजल उपलब्धता, शौचालय, सैनिटाइजर, हैंडवाश सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाना सुनिश्चित किया जाए। श्रमिकों के लिए सैनिटाइजर व मास्क का प्रबंध किया जाए तथा कोरोना से बचाव के लिए कदम उठाए जाएं। खरीद केंद्रों पर तिरपाल की उपलब्धता सुनिश्चित रहे ताकि अनाज किसी भी रूप से खराब न हो पाए। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंडी अथवा खरीद केंद्र पर आने वाले लोगों को मास्क का प्रयोग अवश्य कराने के निर्देश दिए। मंडी व खरीद केंद्रों पर आने वाले हर किसान व श्रमिकों को कोरोना से बचाव के बारे में जागरूक भी किया जाए।