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बसों का इंश्योरेंस खत्म, नए रूटों पर संचालन की योजना पर लगा ब्रेक

बसें इंश्योरेंस नवीनीकरण के इंतजार में करीब एक पखवाड़े से कार्यशाला में खड़ी धूल फांक रही हैं। इनमें 9 महिला स्पेशल बसें तथा 6 अन्य बसें शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 04:25 PM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 04:25 PM (IST)
बसों का इंश्योरेंस खत्म, नए रूटों पर 
संचालन की योजना पर लगा ब्रेक
बसों का इंश्योरेंस खत्म, नए रूटों पर संचालन की योजना पर लगा ब्रेक

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: स्थानीय रोडवेज डिपो में 15 बसों के इंश्योरेंस खत्म होने के कारण प्रबंधन को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। बसें इंश्योरेंस नवीनीकरण के इंतजार में करीब एक पखवाड़े से कार्यशाला में खड़ी धूल फांक रही हैं। इनमें 9 महिला स्पेशल बसें तथा 6 अन्य बसें शामिल हैं। रोडवेज प्रबंधन की ओर से नए रूटों पर बसों का संचालन शुरू करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन इंश्योरेंस खत्म करने के कारण प्रबंधन की इस योजना पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। वहीं अब परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर लौट चुकी है और रोडवेज प्रबंधन की ओर से कोरोना संक्रमण के चलते बंद हुए रूटों को दोबारा शुरू किया जाना था तथा कुछ रूटों पर बसों की संख्या भी बढाई जानी थी, लेकिन वित्त विभाग में इंश्योरेंस नवीनीकरण से संबंधित बिल अटकने के कारण रोडवेज प्रबंधन की यह योजना धरी रह गई। वहीं महिला दिवस पर महिला स्पेशल बसों का इंश्योरेंस खत्म होने के कारण उनका संचालन नहीं हो पाया था, उनके स्थान पर दूसरी बसों को भेजा गया था।

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इन रूटों पर किया जाना था संचालन:

स्थानीय रोडवेज डिपो में 133 बसें मौजूद हैं, जिसमें से 15 बसों के इंश्योरेंस खत्म हो चुके हैं तथा दो बसें जिला प्रशासन के कार्य में तथा दो को एचआरइसी गुरुग्राम में नई बाडी बनवाने के लिए भेजी गई हैं। वहीं 8 से 10 बसें प्रतिदिन सर्विस के लिए खड़ी रहती हैं, जिसके चलते मुश्किल से डिपो की 105 बसों का संचालन हो पाता है। इसके अतिरिक्त 25 बसें किलोमीटर की स्कीम की चल रही हैं। रेलवे विभाग द्वारा पैसेंजर ट्रेनों का संचालन नहीं किए जाने के कारण रोडवेज प्रबंधन पर ज्यादा दबाव है। बसों की संख्या कम होने के कारण विभाग पर दबाव और बढ़ गया हैं, क्योंकि स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय शुरू खुलने के बाद विभिन्न रूटों पर बसों का संचालन पुन: प्रारंभ करने की मांग की जा रही है।

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हमने बसों के इंश्योरेंस नवीनीकरण से संबंधित बिलों की फाइल वित्त विभाग में भेजी हुई है। बिल पास होते ही बसों का संचालन पुन: शुरू कर दिया जाएगा। हम सीमित संसाधन में भी आमजन को बेहतर सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।

- अशोक कौशिक, महाप्रबंधक रोडवेज


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