Move to Jagran APP

खेल नर्सरियों में नहीं पहुंच रहे खिलाड़ी

ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए खोली गई नर्सरियों में नहीं पहुंच रहे बच्चे

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 May 2018 07:33 PM (IST)Updated: Tue, 08 May 2018 07:33 PM (IST)
खेल नर्सरियों में नहीं पहुंच रहे खिलाड़ी
खेल नर्सरियों में नहीं पहुंच रहे खिलाड़ी

ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी

loksabha election banner

ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को निखारने व खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खेल विभाग द्वारा शुरू की गई नर्सरियों में आधे खिलाड़ी भी प्रशिक्षण के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। तालमेल के अभाव में अधिकांश खेल नर्सरियां कागजों में तो चल रही हैं, लेकिन धरातल पर उम्मीदें पूरी नहीं हो रही हैं। हॉकी के अलावा किसी भी खेल में नहीं हैं पूरे खिलाड़ी:

पिछले शैक्षणिक सत्र से आरंभ हुईं खेल नर्सरियों में हॉकी को छोड़कर बाकि खेलों में अधिकांश में 25 खिलाड़ियों में आधे भी नहीं पहुंच रहे हैं। खिलाड़ियों की कम उपस्थिति के कारण प्रशिक्षक भी खास रुचि नहीं दिखा पा रहे हैं। हॉकी खेल में चयनित हुए खिलाड़ी अधिकांश झाड़ौदा और कंवाली क्षेत्र के होने के कारण यहां रुझान ठीक है, बाकि अधिकांश खेलों में खिलाड़ियों की उपस्थिति कभी पूरी नहीं होती।

प्रतिदिन की हाजिरी के आधार पर ही खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने का प्रावधान है। नर्सरियों की दूरी खिलाड़ियों के उदासीनता का कारण:

जिले में लड़कों और लड़कियों के लिए विभिन्न 7 खेलों के अलग-अलग स्कूलों में नर्सरियां स्थापित किए हैं। यहां सुबह शाम दोनों सत्र में खिलाड़ियों को अभ्यास करना जरूरी है। दूर दराज के खिलाड़ी इतनी दूर नियमित रूप से पहुंचना संभव नहीं है। चयनित हुए 25 लड़के और 25 लड़कियों के लिए ये नर्सरियां काफी दूर हैं। इनमें या इसी स्कूल का या फिर इसके आसपास के गांव का ही खिलाड़ी हिस्सा ले सकता है। जिला में बनाए खेल नर्सरियों में लड़कों की बॉ¨क्सग के लिए कैनाल वैली पब्लिक स्कूल बेरलीखुर्द, लड़कियों की नांगलपठानी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में, लड़कों की वॉलीबॉल न्यू एरा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुंड तथा लड़कियों की कृष्णा पब्लिक स्कूल कोसली में स्थापित किए हैं। हॉकी की नर्सरी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कंवाली में लड़कों व लड़कियों की झाड़ौदा में, फुटबाल में लड़कियों की नर्सरी विकास इंटरनेशनल स्कूल रोलियावास तथा लड़कों की सैनी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में खोली गई है। इसी प्रकार लड़कों की हैंडबाल की नर्सरी लड़कों की रावमावि बेरलीखुर्द में तथा लड़कियों की राव मनींद्र ¨सह सीनियर सेकेंडरी स्कूल नांगलपठानी, एथलेटिक्स में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इस्तमुरार ततारपुर में लड़कों की तथा लड़कियों की रोझूवास में, लड़कों की कबड्डी नर्सरी बहाला स्थित सीबीआरएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल व लड़कियों की नर्सरी नवज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल पीथड़ावास में है। इन नर्सरियों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षकों की व्यवस्था संबंधित स्कूल ने की है, जबकि उन्हें वेतन खेल विभाग देता है।

---------------

अपने स्तर पर सभी नर्सरियों को व्यवस्थित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जो खिलाड़ी नियमित रूप से नर्सरियों में नहीं आ रहे हैं, वे छात्रवृत्ति प्राप्त करने के हकदार नहीं हैं। सभी खेल एक ही जगह नहीं हो सकते। फिर भी उच्च विभाग की ओर से कोई नए दिशा निर्देश आते हैं, तो उसके अनुरूप प्रयास किए जाएंगे।

- सुकन्या यादव, जिला खेल अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.