होटल के सेफ्टी टैंक में गिरने से दो लोगों की मौत, मोटर निकालने के घुसे थे कर्मचारी Rewari News
एक होटल के सेफ्टी टैंक में खराब मोटर निकालने के लिए उतरे दो युवकों की मौत हो गई। मोटर निकालने के दौरान दोनों दूषित पानी के टैंक में गिर गए।
रेवाड़ी, जेएनएन। हुडा बाइपास पर आइओसी चौक के निकट स्थित एक होटल के सेप्टिक टैंक में खराब मोटर निकालने के लिए उतरे मिस्त्री व एक होटल कर्मचारी की मौत हो गई। दोनों की मौत का कारण होटल प्रबंधन की लापरवाही माना जा रहा है। दोनों शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि होटल के सामने ही सेप्टिक टैंक बनाया हुआ है तथा उसकी सफाई के लिए अंदर ही मोटर लगाई हुई थी। मोटर खराब होने के कारण टैंक की सफाई नहीं हो पा रही थी। होटल स्टाफ द्वारा मोटर को बाहर निकालने व ठीक करने के लिए गांव बवाना गुर्जर निवासी करीब 32 वर्षीय मिस्त्री रामजस को बुलाया गया था। रामजस की मदद के लिए होटल में कार्यरत सफाईकर्मी बिहार के जिला दरभंगा के गांव कठारा निवासी 21 वर्षीय
देवेंद्र भी वहीं पर मौजूद थे।
दोबारा उतरे थे दोनों
रामजस ने खराब मोटर को सेप्टिक टैंक से बाहर निकाल लिया था। इसके बाद रामजस व देवेंद्र दोबारा से किसी काम से टैंक के अंदर उतर गए, परंतु वापस बाहर नहीं निकले। दोनों के काफी देर तक दिखाई नहीं देने पर स्टाफ के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे। नीचे देखा तो दोनों अंदर गिरे हुए थे। सूचना के बाद माडल टाउन थानाएसएचओ बिजेंद्र कुमार व दमकल की टीम मौके पर पहुंची। दोनों को कड़ी मशक्कत के बाहर निकाला गया, परंतु तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया।
नहीं थे सुरक्षा उपकरण
सेप्टिक टैंक से मोटर निकालने के दौरान लापरवाही भी सामने आई है। टैंक में उतरते समय मिस्त्री व होटल स्टाफ सदस्य को सुरक्षा संबंधी कोई उपकरण उपलब्ध नहीं कराए गए। अंदेशा है कि दोबारा टैंक में उतरने पर जहरीली गैस के कारण उनका दम घुट गया तथा अंदर गिर गए। टैंक में उतरने के दौरान यदि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाते तो दोनों की जान बच सकती थी।