बेअसर रही वन विभाग की अपील, तेंदुए के हमले में 3 ग्रामीण घायल
ग्रामीणों के अनुसार मंढ़ाणा गांव में दोहपर के वक्त चारा लेने गई महिलाओं ने एक जंगली जानवर को देखा था। इसकी जानकारी खेतों में रहने वाले कैलाश व मलखान को दी गई थी।
नारनौल [जेएनएन]। मंढाणा गांव में तेंदुए के हमले में दादा-पोता सहित 3 ग्रामीणों के घायल होने की खबर है। जानवर के हमले में घायल 70 वर्षीय रणजीत सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। घायल रविंद्र व जितेंद्र को घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
तेंदुए के हमले की वजह से ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन व वन विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है 4 घंटे पहले प्रशासन व वन विभाग को जानकारी दी गई थी लेकिन उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया और नतीजा यह हुआ कि तेंदुए ने हमला कर ग्रामीणों को घायल कर दिया।
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महिलाओं ने देखा तेंदुआ
ग्रामीणों के अनुसार मंढ़ाणा गांव में दोहपर के वक्त चारा लेने गई महिलाओं ने एक जंगली जानवर को देखा था। इसकी जानकारी खेतों में रहने वाले कैलाश व मलखान को दी। कैलाश व मलखान लाठी-डंडों के साथ खेतों में गए तो उन्होंने तेंदुुए को देखा। तेंदुए ने दोनों पर हमला किया और खेतों के पास सरकंडों के बीच ही कहीं छिप गया।
अपील का असर नहीं
सूचना पर ग्रामीणों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया व घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। लेकिन 5 घंटों के बाद करीब 7 बजे तक वन विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। हालांकि गांव पहुंचने पर विभाग के अधिकारियों ने ग्रामाणों को दूर रहने की सलाह दी। अधिकारियों की अपील बेअसर रही और रात के वक्त ग्रामीणों ने सरकंडों में छिपे तेंदुए को मार दिया। डर की वजह से तेंदुए ने गांववालों पर हमला कर दिया।
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