ट्रिपल स्टैक कंटेनर ट्रेन को 'गति' देने रेवाड़ी पहुंचे रेल मंत्री, बताया छोटे कंटेनर कैसे निभाएंगे अहम भूमिका
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को रेवाड़ी में कहा कि कंटेनर निर्माण के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ देश की जरूरत का भी ध्यान रखना है। इस बात को ध्यान में रखकर ही हम छोटी साइज के कंटेनरों के निर्माण पर जोर दे रहे हैं।
रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को रेवाड़ी में कहा कि कंटेनर निर्माण के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ देश की जरूरत का भी ध्यान रखना है। इस बात को ध्यान में रखकर ही हम छोटी साइज के कंटेनरों के निर्माण पर जोर दे रहे हैं। जरूरत के अनुसार तैयार किए जा रहे छोटे स्वदेशी कंटेनर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गति से शक्ति विजन को गति प्रदान करेंगे।
रेल मंत्री रेवाड़ी जिले के मामडिया गांव में स्थित कंटेनर निर्माण कंपनी कल्याणी कास्ट टेक के औद्योगिक परिसर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए यह बातें कही। पत्रकारों से बातचीत से पूर्व उन्होंने यहां पहुंचकर कंटेनर निर्माण के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इसी कंपनी के औद्योगिक परिसर में कम ऊंचाई के ड्वार्फ डिजाइन के कंटेनरों का निर्माण भी हो रहा है।
इसी कंपनी ने अपनी यहां स्थित औद्योगिक इकाई में ऐसे कंटेनर भी तैयार किए हैं, जिनमें खाद्यान्न या उसी तरह के अन्य उत्पादों को साइड की बजाए कंटेनर के ऊपर लगाया गया ढक्कन खोल कर भरा जा सकता है। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि छोटे व विविध डिजाइन के स्वदेशी कंटेनर हमारे लघु उद्यमियों/किसानों व व्यापारियों की जरूरत को पूरा करेंगे। रेल मंत्री वैष्णव बाद में रेवाड़ी जिले से सटे अलवर जिले के गांव काठूवास स्थित कंटेनर कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के डिपो का निरीक्षण करने पहुंचे।
बता दें कि भारत में आने वाले समय में ट्रिपल स्टैक कंटेनर ट्रेन दौड़नी शुरू हो जाएगी। अभी तक माल ढुलाई के लिए डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन दौड़ रही है। ट्रिपल स्टैक के लिए खास तौर पर छह फुट चार इंच ऊंचे नए कंटेनर डिजाइन किए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड वाले कंटेनरों की ऊंचाई लगभग साढ़े नौ फीट होती है। इनको 'ड्वार्फ' नाम दिया गया है। रेल मंत्रालय का पूरा जोर अब 'ड्वार्फ' डिजाइन के कंटेनरों के तेजी से निर्माण पर है, जिससे देश में ट्रिपल स्टैक ट्रैन निर्बाध दौड़ाई जा सके।