Pakistani Spy Arrested: पहले भी हनी ट्रैप में फंस चुके है सेना के जवान
करीब एक साल पहले नारनौल से भी पुलिस ने सेना के एक जवान रविंद्र कुमार को पाकिस्तानी महिला जासूस को संवेदनशील जानकारियां उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
रेवाड़ी, कृष्ण कुमार। पाकिस्तानी जासूस महिलाओं द्वारा भारतीय सेना के जवानों को हनी ट्रैप में फंसाने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। करीब एक साल पहले नारनौल से भी पुलिस ने सेना के एक जवान रविंद्र कुमार को पाकिस्तानी महिला जासूस को संवेदनशील जानकारियां उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
वर्ष 2018 में अमृतसर में पोस्टिंग के दौरान रविंद्र को फेसबुक के जरिए महिला से संपर्क हुआ था। रविंद्र के खाते में रुपये भी ट्रांसफर किए गए थे। कुछ माह पूर्व राजस्थान से भी सेना के जवानों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अपने जाल में फंसाने वाली पाकिस्तानी महिला जासूस वीडियो कॉल के जरिए अश्लीलता परोसने से भी नहीं चूकती।
वीडियो कॉल के जरिए महिला जासूसों द्वारा जवानों को अश्लील डांस दिखाने के मामले भी सामने आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार यहां के गांव दखोरा निवासी महेश के मामले में भी ऐसा ही सामने आ रहा है। कोविड-19 से जुड़ी कुछ सूचनाएं भी पाकिस्तानी युवती से साझा करने की जानकारी मिल रही है। इसके पीछे का उद्देश्य जांच के बाद ही सामने आएगा।
करीब दो साल से संपर्क में था महेश
अभी तक की जांच में सामने आया है कि महेश की पाकिस्तानी लड़की से फेसबुक और वाट्सऐप के जरिए बातें होती थी। लड़की ने हरप्रीत कौर के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाया हुआ था। वह करीब दो साल से पाकिस्तानी लड़की के संपर्क में था। लड़की ने पहले महेश से दोस्ती की तथा फिर जयपुर घूमने आने के बात कहकर फोटो और वीडियो मंगाई। धीरे-धीरे महेश उसके जाल में फंसता चला गया और सेना की खुफिया सूचनाएं देना शुरू कर दिया। हनीट्रैप में फंसे महेश को रुपये दिए जाने के सबूत भी सामने आए हैं। हालांकि रकम बड़ी नहीं है, मगर जांच के बाद ही अंतिम निष्कर्ष निकल पाएगा।
हनीट्रैप के मामले चिंता का विषय
पूर्व सैन्य अधिकारियों का मानना है कि हनीट्रैप के बढ़ते मामले ङ्क्षचता का विषय हैं। कुछ महीने पहले ही 2 सिविलियन सहित 11 नौसेना कर्मी पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़े गए थे। हनीट्रैप के माध्यम से ही इनको फंसाया गया था। इसी वर्ष बीकानेर और झुंझुनू से दो युवकों को पकड़ा गया था। फेसबुक पर दोस्ती करने वाली पाकिस्तानी जासूस खुद को सीएसडी कैंटीन या सेना से ही जुड़े किसी संबद्ध विभाग में कार्यरत बताती हैं।
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