महेंद्रगढ़ बस हादसा: घायल बच्चे मंत्री से बोले... मैडम जी ड्राइवर अंकल नशे में थे, स्पीड में चला रहे थे गाड़ी
स्कूल हादसे में घायल बच्चों के चेहरे पर पांच घंटे के बाद भी खौफ साफ देखा जा रहा था। सुबह करीब आठ बजे हुई इस घटना के घंटों बीत जाने के बाद भी बच्चे दहशत में हैं। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा रेवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल में उपचाराधीन घायल बच्चों से मिलने पहुंची तो बच्चे बदहवास हालत में लेटे हुए थे।
प्रीतम सिंह, रेवाड़ी। महेंद्रगढ़ जिला के गांव उन्हानी में हुए स्कूल हादसे में घायल बच्चों के चेहरे पर पांच घंटे के बाद भी खौफ साफ देखा जा रहा था। सुबह करीब आठ बजे हुई इस घटना के घंटों बीत जाने के बाद भी बच्चे दहशत में हैं।
कई बच्चों ने तो स्कूल जाने से ही इनकार कर दिया। उनके साथ ही अभिभावकों का भी बुरा हाल है। हादसे में दो सगे भाइयों की भी मौत हो गई है।
करीब एक बजे शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा रेवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल में उपचाराधीन घायल बच्चों से मिलने पहुंची तो बच्चे बदहवास हालत में लेटे हुए थे। मंत्री ने जब बच्चों से घटना के बारे में पूछा तो बच्चों के आंखों में आंसू छलक आए। बच्चों ने बताया कि स्कूल बस की गति काफी तेज थी।
"ड्राइवर अंकल नशे में झूम रहे थे"
अचानक बस हिचकोले खाने लगी और कुछ ही देर बाद तेज धमाके के साथ बस पलट गई। इसके बाद चीख-पुकार मच गई। बच्चों ने शिक्षा मंत्री को बताया कि ड्राइवर अंकल नशे में झूम रहे थे। बच्चों ने बताया कि घटना स्थल के समीप ही नहर भी थी। अगर बस नहर में गिर गई होती तो शायद उनकी भी जान नहीं बचती।
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तेज धमाके साथ आंखों के सामने छाया अंधेरा
कक्षा आठवीं की छात्रा दिव्या,कक्षा के हर्ष ने बताया रोजना की तरह स्कूल बस में सवार होकर जा रहे थे। कुछ ही देर बाद कालेज की मोड़ के पास बस हिचकोले खाने लगी।
बस में सवार बच्चें चिल्लाने लगे, लेकिन बस की गति कम नहीं हुई। उसके बाद तेज धमाका हुआ और बस पलट गई। बच्चों के सामने अंधेरा छा गया। घायल बच्चों ने बताया कि बच्चों में चीख-पुकार मच गई। असपास के लोग भी वहां पहुंच गए थे। सब डरे हुए थे। बच्चों के मुंह, चेहरे, पैर, हाथ और पेट तक चोट लगी हुए हैं।
अभिभावक बोले- ड्राइवरों की रोजाना अल्कोहल की जांच हो
खेड़ी तलवाना के प्रवीण,धनोंदा की पविता,बिजेंद्र, दिनेश अभिभावकों में घटना के बाद से काफी रोष है। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन भी स्कूल लगाना चिंताजनक है। बस ड्राइवर ने शराब के नशे में था।
उसके खिलाफ न केवल कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए बल्कि हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। स्कूल संड्राइवरों को चाहिए कि प्रशिक्षित ड्राइवरों को ही बसों पर रखा जाना चाहिए। इसके अलावा रोजाना ड्राइवर की अल्कोहल की भी जांच होनी चाहिए।
जारी किए जाएंगे कारण बताओ नोटिस
प्रदेश की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आदेशों की अवहेलना करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके अलावा सभी स्कूल संचालकों को स्वयं प्रमाणित शपथ पत्र देना होगा। उन्होंने कहा कि इस घटना में जिम्मेदार बस ड्राइवर, स्कूल संचालक व प्राचार्य के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जा रही है।
सहकारिता मंत्री सिंह सहित अन्य विधायक अस्पताल पहुंचे
हादसे की सूचना मिलने के बाद सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल, अटेली विधायक सीताराम,हरियाणा विद्यालय िशक्षा बोर्ड के चेयरमैन वीपी यादव व चेयरमैन अरविंद यादव भी घायल बच्चों से मिलने पहुंचे। सहकारिता मंत्री ने घटना को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा घायलों की अच्छे अस्पताल में इलाज की व्यवस्था प्रशासन कीओर से की गई है।