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कैसे राजस्थान में अलवर के ‘नाथ’ बने रोहतक के बालक बाबा? यह जानने के लिए पढ़िये पूरी स्टोरी

कोरोना में जब जगह-जगह अस्थायी कोविड अस्पतालों की जरूरत महसूस हो रही थी तब बाबा बालकनाथ केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार को अलवर लाए और उनसे निर्माणाधीन ईएसआइसी अस्पताल परिसर में ही कोविड अस्पताल शुरू करवाया।

By Jp YadavEdited By: Published: Mon, 24 May 2021 09:21 AM (IST)Updated: Mon, 24 May 2021 02:08 PM (IST)
कैसे राजस्थान में अलवर के ‘नाथ’ बने रोहतक के बालक बाबा? यह जानने के लिए पढ़िये पूरी स्टोरी
कैसे राजस्थान में अलवर के ‘नाथ’ बने रोहतक के बालक बाबा? यह जानने के लिए पढ़िये पूरी स्टोरी

रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। कोरोना संक्रमण के इस दौर में लगभग सभी दलों के जन प्रतिनिधि जुटे हुए हैं, मगर इनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जिनके काम की चर्चा उनके कार्यक्षेत्र से भी आगे तक पहुंच रही है। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी को ओर से बतौर सांसद अलवर का प्रतिनिधित्व कर रहे रोहतक स्थित अस्थल बोहर मठ के महंत बाबा बालकनाथ भी उन सांसदों में हैं, जिनके काम की चर्चा पूरे अहीरवाल में है।

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दरअसल, युवा भाजपा सांसद ब्रह्मलीन हो चुके अपने गुरु व पूर्व सांसद बाबा चांदनाथ से भी कहीं अधिक सक्रिय हैं। महामारी के इस संकट के बीच बाबा अलवर के ‘नाथ’ बने हुए हैं। उन्होंने न किसी एसी कार्यालय को अपना ठिकाना बनाया हुआ है और न मठ में अधिक समय बिता रहे हैं, बल्कि अलवर क्षेत्र में शामिल प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कोरोना संकट में मतदाताओं से सीधा नाता जोड़ लिया है।

केंद्रीय श्रम मंत्री को लेकर अलवर आए थे बाबा

कोरोना में जब जगह-जगह अस्थायी कोविड अस्पतालों की जरूरत महसूस हो रही थी, तब बाबा बालकनाथ केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार को अलवर लाए और उनसे निर्माणाधीन ईएसआइसी अस्पताल परिसर में ही कोविड अस्पताल शुरू करवाया। बाबा ने इस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज को जल्द शुरू करवाने का आश्वासन भी लिया। अस्थायी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन और वेंटीलेटर बेड उपलब्ध करवाने के अलावा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की भी पहल हुई है।

कोरोना संकट में यह बड़ा कदम है। केंद्र, राज्य सरकार और जिला प्रशासन के बीच कड़ी का काम करते हुए रेमेडिसिविर व वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के भी बाबा ने ठोस प्रयास किए। सांसद निधि से अलवर की स्वास्थ्य संस्थाओं को 2 करोड़ से अधिक की राशि उपलब्ध करवाई। प्रधानमंत्री राहत कोष से जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन यूनिट की शुरुआत की।

 

निरीक्षण पर जोर, मठ की मेहरबानी

बाबा ने एक ओर निरीक्षण पर जोर दिया हुआ है वहीं दूसरी ओर अस्थल बोहर मठ की मेहरबानी से अलवर का दर्द दूर किया है। बाबा जिला अलवर के लगभग हर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचे। उनके निरीक्षण का असर भी हुआ। युवा सांसद ने अपने गुरु चांदनाथ की स्मृति में अस्थल बोहर मठ रोहतक की ओर से अलवर के लोगों को कई आक्सीजन कंसट्रेटर मुफ्त उपलब्ध करवाए। गांवों व शहरों को संक्रमण मुक्त रखने के लिए उन्होंने बेहतर प्रबंधन के साथ हाईपोक्लाेराइड का छिड़काव करवाना सुनिश्चित किया। अस्थल बोहर मठ की ओर से एक एंबुलेंस भी भेंट की।


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