कांवड़ नहीं ला पा रहे तो क्या, ज्योतिषियों ने सुझाया- आखिर घर पर ही रहकर कैसे करें पूजा
बेलपत्र आक धतूरा आदि से विधि विधान से शिवलिंग का अभिषेक करके प्रतिदिन पूजा अर्चना करके ओम नम शिवाय का जाप करना चाहिए।
कनीना/महेंद्रगढ़, जागरण संवाददाता। भगवान शिव के पवित्र माह सावन में इस बार कोरोना ने कांवड़ लाने वालों की राह रोक दी है। इससे उन श्रद्धालुओं को थोडी़ मायूसी हो रही है जो वर्षों से हर साल हरिद्वार कांवड़ लेने जाते हैं। बहुत से शिवभक्त ऐसे हैं जो वर्षों से सावन माह के दौरान कांवड़ लाकर शिवालयों में चढ़ाते हैं लेकिन इस बार नहीं जा पाए। वे घर पर ही अपने पूजा अर्चना करके जल अर्पित कर रहे हैं। कनीना के सज्जन बोहरा, भीम ¨सह, एचएस यादव, पोहप सिंह आदि ने बताया कि वह इस बार घर पर ही शिव की पूजा करेंगे और उन्हें जल अर्पित करेंगे। कनीना कस्बे में ही सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त पैदल, डाक कांवड़ या विभिन्न रूप में कांवड़ लेने जाते थे। ज्योतिषियों और पुजारियों ने भी कोरोना से बचाव करते हुए मंदिर में आने के बजाय घर पर ही पूजा अर्चना करने की सलाह दे रहे हैं।
कोरोना के ²ष्टिगत इस बार घर पर ही पूजा अर्चना करना चाहिए। बेलपत्र, आक, धतूरा आदि से विधि विधान से शिवलिंग का अभिषेक करके प्रतिदिन पूजा अर्चना करके ओम नम: शिवाय का जाप करना चाहिए। मंदिर या भीड़ वाले स्थानों पर जाने से अच्छा है घर पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करेंगे तो परिवार के सभी सदस्य शामिल हो सकेंगे। -सुरेंद्र शर्मा, ज्योतिषाचार्य।
मैंने अपने जीवन में अब तक करीब 50 कांवड़ ला चुका हूं। इस बार कांवड़ लेने जाने का कार्यक्रम बनाया गया था लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से रोक लगा दी है। ऐसे में अब घर पर ही शिव¨लग की स्थापना कर जल अर्पित कर रहे हैं। शिवरात्रि के दिन किसी शिवालय में जाकर जल अर्पित करेंगे। कोरोना के चलते सरकार ने उचित फैसला लिया है। इस बार घर पर ही शिव¨लग का अभिषेक करने का निर्णय लिया है। -सूमेर सिंह
अब तक मैं 30 कांवड़ भोले शंकर को अर्पित कर चुका हूं। इस बार अपने घर पर ही रहकर पूजा अर्चना कर शिव को प्रसन्न करेंगे। परिवार सहित पूजा अर्चना करके शिव को प्रसन्न करेंगे। शिव भोले को विगत वर्षों में लाया गया गंगाजल ही अर्पित करके पूजा करेंगे। जान है तो जहान है सोच को ध्यान में रखकर सरकार का जो निर्णय है वह ठीक साबित हो रहा है। -अनिल कुमार
मैं अब तक 16 कांवड़ लेकर आ चुका हूं। इस बार कोरोना के चलते कांवड़ नहीं लाएंगे। घर पर ही जल अर्पित करने के अतिरिक्त पास में बने हुए शिवालय में भी जाकर शिवरात्रि पर जल अर्पित करेंगे। कोरोना पर काबू पाने के लिए इस प्रकार का प्रतिबंध जरूरी है। स्वास्थ्य के लिहाज से शारीरिक दूरी बनाकर और मास्क का इस्तेमाल करने से ही कोरोना से बचाव संभव है।