पशुओं को बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी
पशुपालन एवं डेयरिग विभाग की ओर से जिला में पशुओं की जानलेवा बीमारी गलघोटू एवं मुंहखुर से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। इस बार पशुओं को गलघोटू एवं मुंहखुर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए विभाग की ओर से विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 15 अप्रैल तक चलेगा।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : पशुपालन एवं डेयरिग विभाग की ओर से पशुओं की जानलेवा बीमारी गलघोटू एवं मुंहखुर से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। इन जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए विभाग की ओर से विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 15 अप्रैल तक चलेगा। टीकाकरण अभियान के लिए 47 टीमों का गठन किया गया है, जो प्रतिदिन टीकाकरण कर उपनिदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। टीकाकरण के अलावा इन बीमारियां से बचाव का कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
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पशुओं के लिए गलघोटू और मुंहखुर दोनो बीमारियां जानलेवा है। कुछ पशु पालक दूध कम होने की चिता से दुधारू पशुओं को टीका लगाने से बचते हैं। जब बीमारी से पशु ही नहीं होंगे तो लाखों रुपये का नुकसान भी पशु पालकों को भुगतना पड़ता है। टीकाकरण से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट या दूध की मात्रा नहीं घटती। पशु पालकों को जागरूक होने की जरूरत है।
-डॉ. नसीब सिंह, उपनिदेशक, पशुपालन एवं डेयरिग विभाग