अलवर उपचुनाव: 11 उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद
जागरण संवाददाता,रेवाड़ी:अलवर लोकसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान
जागरण संवाददाता,रेवाड़ी:अलवर लोकसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। मतदान के मद्देनजर हरियाणा-राजस्थान सीमा पर कड़ी चौकसी रही। उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी सहित 11 उम्मीदवार मैदानों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। एक फरवरी को मतगणना का सभ को बेसब्री से इंतजार है।
भाजपा प्रत्याशी ने पैतृक गांव में किया मतदान
चुनाव आयोग ने सर्दी को देखते हुए मतदान प्रारंभ होने का समय सुबह 8 बजे से तय किया था लेकिन मतदाताओं ने इस कदर उत्साह था कि सुबह साढ़े 7 बजे से लोग वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंच गए तथा यह उत्साह दोपहर बाद तक कायम रहा। भाजपा प्रत्याशी तथा राजस्थान के श्रम मंत्री डॉ.जसवंत ¨सह ने अपने पैतृक गांव रेवाड़ी से सटे कोटकासिम तहसील के सिलपटा गांव में पत्नी किरण यादव के साथ मतदान किया। कांग्रेस प्रत्यशी डॉ.कर्ण¨सह यादव बहरोड़ में मतदान करने पहुंचे।
दिन भर हुई वाहनों की जांच
उपचुनाव के मद्देनजर राजस्थान पुलिस के साथ अर्द्ध्सैनिक बल के जवान पिछले तीन दिनों से सीमाओं पर तैनात रहे तथा मतदान प्रारंभ होने से पूर्व हरियाणा से आने वाले तमाम प्रमुख मार्गों पर चौकसी कड़ी करते हुए तमाम वाहनों की सघन जांच करने के पश्चात ही उनको प्रवेश दिया गया। इसकी वजह से बार्डर एरिया में दोपहर के समय सड़कों पर जाम की भी स्थिति बनी रही।
निर्णायक साबित होंगे यादव मतदाता
लगभग 16 लाख से भी अधिक मतदाता वाले संसदीय क्षेत्र अलवर में उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा के डॉ.जसवंत ¨सह यादव व कांग्रेस के डॉ.कर्ण¨सह यादव के बीच है। इसमें सबसे अधिक सवा तीन लाख से भी अधिक यादव मतदाता हैं। करीब ढाई लाख मुसलमान मतदाता हैं। यादव मतदाता इस सीट पर हमेशा निर्णायक रहे हैं जिसकी वजह से दोनों ही पार्टियों ने यादव उम्मीदवार उतारे हैं। ऐसे में दोनों ही पार्टियों के लिए यह प्रतिष्ठा की सीट बन गई हैं। एक फरवरी को मतगणना में तय होगा कि यह सीट किसके खाते में जाती है।