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हल्के और बिना लक्षण वाले मरीज भी बरतें सावधानी

कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए संक्रमण फैलाव को रोकने के साथ ही स्वास्थ्य सुधार कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 03:55 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 03:55 PM (IST)
हल्के और बिना लक्षण वाले मरीज भी बरतें सावधानी
हल्के और बिना लक्षण वाले मरीज भी बरतें सावधानी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए संक्रमण फैलाव को रोकने के साथ ही स्वास्थ्य सुधार कर सकते हैं। घर पर एकांतवास में रह रहे संक्रमित मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी रूप से मानिटरिग की जा रही है।

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जिले में 433 संक्रमित नागरिक स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में एकांवास में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के संदर्भ में घर पर एकांतवास में रह रहे संक्रमितों के स्वास्थ्य सुधार के लिए निर्देश जारी किए हैं। यह निर्देश कोरोना संक्रमण के बिना लक्षण और हल्के लक्षण वालों के लिए जारी किए हैं। ऐसे मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर सात दिन तक स्वयं को एकांतवास कर अपनी देखभाल करने की सलाह दी गई है। वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य//द्वश्रद्धद्घ2.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर जाकर होम आइसोलेशन तथा हेल्पलाइन के बारे में भी प्राप्त कर सकते हैं। हल्का बुखार, खांसी या कमजोरी महसूस होने को हल्के लक्षण की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे मरीज चिकित्सक से परामर्श कर उपचार ले सकते हैं। यदि एंटीजन या आरटीपीसीआर रिपोर्ट पाजिटिव है, लेकिन उसका आक्सीजन स्तर 93 प्रतिशत से अधिक है या फिर मरीज को बुखार नहीं है, सांस की तकलीफ नहीं है तो ऐसे मरीज घर पर एकांतवास में रह सकते हैं। मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों खुराक लगी होनी चाहिए। मरीज के चेहरे पर तीन लेयर वाला मास्क होना चाहिए। अन्य सदस्य भी आइसोलेट रहें और अपने लक्षणों की निगरानी रखें। यदि घर में कोई बुजुर्ग व्यक्ति है तो उनकी निगरानी भी रखें।

संक्रमित से परिवार के दूसरे सदस्य रहे दूर: गाइडलाइन अनुसार जिस कमरे में कोरोना संक्रमित आइसोलेट है वहां से घर के अन्य लोगों को दूर रहना चाहिए। रोगी के कमरे में ताजी हवा आने के लिए खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। मरीज को पूर्ण आराम करना चाहिए और तरल पदार्थ पीने चाहिए। कम से कम 40 सेकेंड के लिए साबुन व पानी से बार-बार हाथ धोने चाहिए। मरीज को घर के अन्य सदस्य के साथ बर्तन या अन्य सामान सांझा नहीं करना चाहिए। कमरे में बार-बार छुई जाने वाली सतहों जैसे टेबल टाप, दरवाजा, हैंडल आदि को साबुन, डिटर्जेंट और पानी से सफाई करें। रोगी के कोरोना लक्षणों पर नजर रखी जाए तथा किसी भी लक्षण के बिगड़ने पर तुरंत चिकित्सक को अवगत कराएं। मरीज चिकित्सक की सलाह के बिना कोई दवा न लें तथा चिकित्सक के संपर्क में रहे। मरीज को 100 डिग्री बुखार, सांस लेने में कठिनाई, आक्सीजन का स्तर गिरना, सीने में दर्द और गंभीर थकान महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क। मरीज अपना घर का एकांतवास उस समय खत्म कर सकता है जब उसने सात दिन पूरे किए हैं और पिछले तीन दिनों से उसे बुखार नहीं है। हालांकि इसके बाद भी मरीज को मास्क पहनना जारी रखना होगा। होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद दोबारा परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है।

घर पर एकांतवास में रह रहे नागरिकों की दिन में दो से तीन बार विभिन्न माध्यमों से मानिटरिग की जा रही है। कोविड किट प्रदान करने के साथ, एक दिन छोड़कर मरीजों के घर जाकर स्वास्थ्य जांच करते हैं। मरीजों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान पर ध्यान देने के लिए जागरूक करते हैं।

-डा. सीमा यादव, नोडल अधिकारी।


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