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ई-संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे चिकित्सक

उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि जिले के लोगों के स्वास्थ्य सुधार में प्रशासनिक रूप से सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 05:40 PM (IST)
ई-संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे चिकित्सक

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि जिले के लोगों के स्वास्थ्य सुधार में प्रशासनिक रूप से सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है। आमजन को स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आमजन को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आमजन को डेंगू, मलेरिया व कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर जिले में सरकार की ओर से ई-संजीवनी ओपीडी सेवा भी चल रही है। स्वास्थ्य सुरक्षा के तहत शुरू हुई यह ओपीडी सेवा जरूरतमंद लोगों के लिए लाभकारी है।

उपायुक्त ने कहा कि सरकार की ओर से जनसेवा के रूप में बीमारियों को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जागरूकता भी बचाव का अहम कदम है। ऐसे में लोगों को डेंगू, मलेरिया रोग से बचाव के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण रूपी सुरक्षा कवच धारण करने के लिए सजग किया जा रहा है। ई-संजीवनी ओपीडी सेवा के माध्यम से मरीज घर बैठे ही मोबाइल एप के माध्यम से संबंधित चिकित्सक से अपने रोग से संबंधित परामर्श ले सकता है। उन्होंने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी निर्धारित शेड्यूल अनुसार 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी के लिए सुबह, शाम व रात्रि तीन शिफ्ट में चिकित्सकों की टीम की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि इस ओपीडी को शुरू करने का उद्देश्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या को कम करना है। अस्पताल में मरीज तभी आएं जब जरूरी हो अन्यथा ई-संजीवनी की ओपीडी के माध्यम से अपना उपचार कराएं। उपायुक्त ने बताया कि ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का प्रमुख टेली मेडिसिन मंच है जिसे भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित किया गया है। यह मंच किसी भी भारतीय नागरिक को मुफ्त परामर्श प्रदान करता है।

ऐसे उठाएं ई संजीवनी का लाभ: ई-संजीवनी से दो तरह से टेली-मेडिसिन कंसल्टेंसी का लाभ आम लोग उठा सकते हैं। इसके लिए संजीवनी एप को अपने मोबाइल पर इंस्टाल करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। एप में तीन आप्शन दिखते हैं। पहला मरीज का रजिस्ट्रेशन और टोकन दूसरा मरीज का लागइन और तीसरा प्रिक्रिप्शन। इस तरह चिकित्सक से जुड़कर टेली परामर्श ले सकते हैं।


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