फर्जी वेबसाइट के लिंक खोलने से बचें: एसपी
एसपी ने कहा कि सरकारी योजनाएं आमतौर पर प्रमुख व्यक्ति जैसे राष्ट्रपति प्रधानमंत्री आदि के नाम से लांच की जाती है। कुछ धोखेबाज इन प्रमुख व्यक्तियों के नाम का उपयोग कर फर्जी वेबसाइट बनाकर कोविड-19 महामारी से प्रभावित लोगों से उनके विवरण पूछकर ठगी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: साइबर ठग नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करके ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। देश के प्रमुख व्यक्तियों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर भी जमकर धोखाधड़ी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल ने इस तरह की ठगी की वारदात से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
एसपी ने कहा कि सरकारी योजनाएं आमतौर पर प्रमुख व्यक्ति जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि के नाम से लांच की जाती है। कुछ धोखेबाज इन प्रमुख व्यक्तियों के नाम का उपयोग कर फर्जी वेबसाइट बनाकर कोविड-19 महामारी से प्रभावित लोगों से उनके विवरण पूछकर ठगी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री आदि के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर कोविड-19 संक्रमित लोगों को सब्सिडी या सहायता देने का लालच दिया जाता है तथा लोगों से उनका व्यक्तिगत विवरण व बैंक अकाउंट आदि की जानकारी भरने के लिए कहा जाता है। पूरी जानकारी लेने के बाद लोगों को ठग लिया जाता है। सोशल मीडिया और चैट मैसेंजर का प्रयोग इस प्रकार के मैसेज व लिक को इन फर्जी वेबसाइट पर भेजने के लिए किया जाता है।
पुलिस को दें शिकायत
उन्होंने कहा कि कोई भी जानकारी देने से पहले सरकारी योजनाओं के तहत कोविड-19 से संबंधित सहायता प्रदान करने वाली किसी भी वेबसाइट की वास्तविकता की जांच करें। ई-मेल या वाट्सएप पर प्राप्त किसी भी फर्जी वेबसाइट के लिक को खोलने से बचें। सरकारी योजनाओं का लाभ केवल सरकारी वेबसाइट जो द्दश्र1.द्बठ्ठ व ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ आदि के साथ समाप्त होती है उनसे ही लिया जाना चाहिए। निजी डोमेन वेबसाइट को उचित सत्यापन के बाद ही एक्सेस करें। किसी से भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी सांझा न करें तथा किसी वेबसाइट पर किसी पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने से पहले उसका अच्छी तरह से सत्यापन कर लें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल www.ष्4ढ्डद्गह्मष्ह्मद्बद्वद्ग.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर किसी भी धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराएं।