पांच साल बाद भी निर्माण कार्य नहीं हुए आरंभ
मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) में विभिन्न खंडों के निर्माण कार्य आरंभ नहीं होने से हर साल विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) में विभिन्न खंडों के निर्माण कार्य आरंभ नहीं होने से हर साल विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में दक्षिणी हरियाणा विकास लोक मंच की ओर से आइजीयू प्रशासन से आडिटोरियम, खेल परिसर, महिला छात्रावास, अकादमिक एवं विज्ञान खंड का निर्माण कराने की मांग की है।
मंच के संरक्षक प्रो. रणबीर सिंह यादव का कहना है कि वर्तमान सरकार वर्ष अक्टूबर 2014 में सत्ता में आई थी। वर्ष 2014 से आज तक इस विश्वविद्यालय के भवन निर्माण का कोई विशेष कार्य नहीं हुआ, जबकि मुख्यमंत्री ने मई 2016 में एक आडिटोरियम, दो खेल परिसर, तीन महिला छात्रावास, चार अकादमिक खंड और पांच विज्ञान खंड का शिलान्यास किया था। मंच के अध्यक्ष जगजीत सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय के पास धनराशि की कोई कमी नहीं है, इसके बावजूद कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। महासचिव राजपाल यादव एडवोकेट का कहना है कि विश्वविद्यालय में छात्रावास की क्षमता बेहद कम है। ग्रामीण अंचल से आनी वाली बहुत सी छात्राओं को तो यहां ठहरने की सुविधा ही नहीं मिल पा रही है।
खेल सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत: विश्वविद्यालय में आडिटोरियम के अभाव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने में बड़ी परेशानी होती है। संगठन की ओर से राज्यपाल एवं कुलाधिपति के साथ मुख्यमंत्री, विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर उपरोक्त भवनों का निर्माण शीघ्र करवाने की मांग की है।
विश्वविद्यालय एक नजर में: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर से रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिला के विभिन्न महाविद्यालय संबद्ध हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय में ही करीब तीन हजार विद्यार्थी विभिन्न पाठ्य कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं।
संबद्ध महाविद्यालय 130
डिग्री महाविद्यालय 48
सरकारी डिग्री महाविद्यालय 25
अनुदान प्राप्त महाविद्यालय 04
सेल्फ फाइनेंस डिग्री महाविद्यालय 20
ला कालेज 01 (सेल्फ फाइनेंस)
इंजीनियरिग एवं टेक्नोलाजी कालेज 07
सरकारी 01
सेल्फ फाइनेंस 06
मैनेजमेंट 02
शिक्षण महाविद्यालय 71
सरकारी शिक्षण महाविद्यालय 01
अनुदान प्राप्त 02
सेल्फ फाइनेंस शिक्षण महाविद्यालय 68
आडिटोरियम, खेल परिसर और अन्य भवन निर्माण को लेकर लोकनिर्माण विभाग को बजट आवंटित कर दिया गया है। बहुत से विकास कार्य सिरे भी चढ़े हैं।
प्रो. एसके गक्खड़, कुलपति