भवन की कमी से आएगी कॉलेज के विद्यार्थियों को दिक्कतें
जिला में नए खुले कॉलेजों के भवन निर्माण प्रक्रिया धीमी है। सरकार ने वर्तमान सत्र में जाटूसाना और बावल में राजकीय कॉलेज खोला था। इससे पहले पिछले साल रेवाड़ी में राजकीय बाल महाविद्यालय खोला गया था लेकिन इसकी मान्यता वर्तमान सत्र में मिली है। इस बार यहां बीए अंतिम वर्ष की कक्षाएं बढ़ेंगी। बाकि कॉलेजों में द्वितीय वर्ष के दाखिले होंगे। इन कॉलेजों के अपना भवन मिलना एक साल तक संभावना कम है। स्कूल भवन में चल रहे कॉलेजों में जगह की कमी विद्यार्थियों के लिए परेशानियों का सबब बने हुए हैं। इन स्कूलों में कॉलेज के लिए मात्र 5-6 कमरे दिए हुए हैं जो कि नाकाफी हैं। नए सत्र के आरंभ होने से पहले जगह की कमी दूर नहीं हुई तो समस्या और बढ़ेगी। ब्वॉयज कॉलेज रेवाड़ी में बढ़ेंगे 100 से अधिक छात्र जिला मुख्यालय स्थित राजकीय ब्वॉयज कॉलेज में वर्तमान में बीए प्रथम द्वितीय और बीकॉम प्रथम वर्ष के कुल 13
ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी
जिले में नए खुले कॉलेजों की भवन निर्माण प्रक्रिया काफी धीमी है। समय-समय पर राजनीतिक मंचों से कॉलेजों के भवन निर्माण में तेजी लाने की बाते उठती रही है, इसके बावजूद भी अभी रफ्तार धीमी ही है। सरकार ने वर्तमान सत्र में जाटूसाना और बावल में राजकीय कॉलेज की शुरूआत की है। इससे पहले पिछले साल रेवाड़ी में राजकीय बाल महाविद्यालय खोला गया था, लेकिन इसकी मान्यता वर्तमान सत्र में मिली है। इस बार यहां बीए अंतिम वर्ष की कक्षाएं बढ़ेंगी। बाकि कॉलेजों में द्वितीय वर्ष के दाखिले होंगे। इन कॉलेजों को आने वाले एक साल तक भी अपना भवन मिल पाएगा, इसकी भी संभावना कम ही है। वर्तमान में ये सभी कॉलेज स्कूलों के भवन में चल रहे हैं। स्कूल भवन में चल रहे कॉलेजों में जगह की कमी विद्यार्थियों के लिए परेशानियों का सबब बने हुए हैं। इन स्कूलों में कॉलेज के लिए मात्र 5-6 कमरे दिए हुए हैं, जो नाकाफी हैं। नए सत्र के आरंभ होने से पहले जगह की कमी दूर नहीं हुई तो समस्या और बढ़ेगी। ब्यॉज कॉलेज रेवाड़ी में बढ़ेंगे 100 से अधिक छात्र:
जिला मुख्यालय स्थित राजकीय ब्यॉज
कॉलेज में वर्तमान में बीए प्रथम, द्वितीय और बीकॉम प्रथम वर्ष के कुल 138 छात्र हैं। यह कॉलेज राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पांच कमरों में चल रहा है। स्कूल प्रशासन की ओर से दिए गए नौ कमरों में से चार कमरे उपयोग योग्य नहीं है। अभी एक कमरे में प्रिसिपल और लिपिकीय कार्य होता है। बाकि चार में कक्षाएं लग रही हैं। नए सत्र में बीए अंतिम वर्ष, बीकॉम द्वितीय वर्ष की कक्षाएं आरंभ होंगी। ऐसे में प्रथम वर्ष में बीए व बीकॉम के करीब सौ नए छात्र जुड़ेंगे। इनके लिए स्कूल में उपलब्ध कमरे कम पड़ जाएंगे। इस कॉलेज के भवन को लेकर कोई प्रक्रिया नहीं चल रही है। जाटूसाना कॉलेज के लिए कमरे पड़ रहे छोटे:
वर्तमान सत्र में जाटूसाना में आरंभ हुए राजकीय महिला महाविद्यालय में 70 छात्राएं बीए की पढ़ाई कर रही हैं। नए सत्र में बीए द्वितीय वर्ष तथा बीकॉम की कक्षाएं आरंभ होनी हैं। अभी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाटूसाना के 5 कमरों में कॉलेज चल रहा है। अगले साल छात्राओं की संख्या बढ़ने के साथ नई कक्षाएं बढ़ने से जगह की कमी से दिक्कतें आएंगी। इस कॉलेज के लिए श्रीशिवमोहन गौशाला जाटूसाना के पास करीब 12 एकड़ जमीन निर्धारित है। राजकीय महाविद्यालय कोसली के प्रिसिपल डॉ. सुधीर कुमार के पास इस कॉलेज का अतिरिक्त प्रभार है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्च विभाग और जिला प्रशासन को अवगत कराकर आने वाली समस्या के बारे में अवगत कराया है। बावल महिला कॉलेज भी पड़ेगा छोटा:
यही स्थित बावल में राजकीय महिला महाविद्यालय की है। राजकीय कन्या विद्यालय के भवन में चल रहे कॉलेज में बीए, बीकॉम की करीब सौ छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं। अगले साल एक-एक बैच में छात्राओं की संख्या बढ़ेगी। स्कूल के 5 कमरों में चल रहे कॉलेज में अगले साल और दिक्कतें बढ़ेंगी।
---------------
कॉलेज प्रिसिपलों की बैठक में जगह की कमी को लेकर आ रही दिक्कतों पर चर्चा हुई थी। प्रिसिपलों से अपने स्तर पर उपयुक्त जगह तलाशने का सुझाव दिया था ताकि जिला प्रशासन के माध्यम से स्वीकृति के लिए आवेदन कर सकें। कॉलेज निर्माण का कार्य तेजी से हो इसको लेकर भी लगातार पत्राचार किया जा रहा है।
- एचएस यादव, प्रिसिपल एवं जिला नोडल अधिकारी, उच्चतर शिक्षा विभाग।