बारिश से शहर की गलियां और सड़कें जलमग्न
बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव और नालियां अवरुद्ध होने से मोहल्ले तालाब बन गए। प्रशासन की ओर से हर बार साफ-सफाई और पानी निकासी के प्रबंध करने का दावा किया जाता है लेकिन हर बार आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव और नालियां अवरुद्ध होने से मोहल्ले तालाब बन गए। प्रशासन की ओर से हर बार साफ-सफाई और पानी निकासी के प्रबंध करने का दावा किया जाता है लेकिन हर बार आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़कों की बदहाल स्थिति और जलभराव के चलते शनिवार को शहर में जाम की स्थिति रही। इस दौरान शिव चौक पर एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही। इसके अलावा नई अनाजमंडी, महाराणा प्रताप चौक से नई अनाजमंडी की ओर जाने वाला मार्ग, ब्रास मार्केट, नाईवाली चौक, बस अड्डा, नागरिक अस्पताल के बाहर, माडल टाउन के साथ विभिन्न निचले इलाकों में पानी भरने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। कंपनी बाग की अधिकांश गलियों में बरसाती पानी भरने और सीवर ओवरफ्लो होने के कारण घुटनों तक पानी भरा रहा। शहरवासी धर्मपाल, ओमप्रकाश, राजेंद्र, महेश गोयल, फकीरचंद, एमके जैन, अनिल अग्रवाल आदि का कहना है कि सीवर ओवरफ्लो होने से घरों और गलियों में बारिश और सीवर का पानी भरने से सर्दी में परेशानियां बढ़ रही हैं। इसी प्रकार कोसली, बावल और अन्य क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण गलियों और मोहल्लों में जलभराव के चलते लोगों का परेशानियों का सामना करना पड़ा।
===
औद्योगिक क्षेत्र में हालत बदहाल उद्योगनगरी भिवाड़ी के उद्योगों का दूषित पानी धारूहेड़ा में तेजी बाढ़ की तरह पहुंच रहा है। एक ओर रातभर हुई बारिश, वहीं राजस्थान का पानी सेक्टरवासियो की लिए नासूर बन गया। रात को कई घरों में पानी भर गया। राजस्थान से दूषित पानी हरियाणा में जाने का मामला पांच साल से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में चल रहा है। एनजीटी ने राजस्थान के विभागों पर करीब 32 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से राजस्थान से आ रहे दूषित पानी को लेकर एनजीटी शिकायत दी थी। शिकायत पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने रीको भिवाड़ी और जल प्रदूषण निवारण ट्रस्ट को दूषित पानी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा था। इससे मालपुरा, गढ़ी अलावलपुर और औद्योगिक क्षेत्र की 50 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पानी जमा हो गया है। यहां तक की सेक्टर छह और चार में तालाब बन गए हैं। रात को आई बारिश के साथ राजस्थान से पानी धारूहेड़ा में पहुंच रहा है। रातभर पार्षद जेसीबी लेकर दीवार बनाने में जुटे रहे। पार्षद डीके शर्मा ने अलवर के डीएम को मेल के माध्यम से पानी की फोटो और वीडियो भेजी है लेकिन सुनवाई नहीं हैं। पानी बारिश बंद होने के बावजूद आ रहा है। पार्षदों फिर से आंदोलन करने की भी चेतावनी दी।
---------------------- सारी रात बाधित रही बिजली बारिश के साथ ही रात के समय कई जगहों पर आसमानी बिजली भी गिरी। इसके चलते रातभर शहर और गांवों में बिजली व्यवस्था बाधित रही। पुराने शहर में रात को 12 बजे के करीब बिजली गई थी, जो सुबह छह बजे के आसपास ही सुचारू हो पाई। वहीं, ग्रामीण अंचल में भी सुबह ही बिजली सुचारू हो सकी। बारिश होने व बिजली नहीं होने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। निगम के अनुसार कई स्थानों पर आसमानी बिजली गिरने से तारों में फाल्ट आया, जिसके कारण बिजली बाधित हुई। जलभराव हुआ तो पहुंची टीमें शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हुई तो प्रशासनिक स्तर पर भी सक्रियता से काम आरंभ किया गया। उपायुक्त के आदेश के बाद नगर परिषद, सिचाई विभाग व जनस्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कई स्थानों पर से पानी निकासी का काम किया। नागरिक अस्पताल के निकट, माडल टाउन सहित कई अन्य जगहों पर पानी निकासी के लिए टीमें पहुंची तथा मोटर व टैंकर की मदद से पानी निकाला गया। उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बताया कि आमजन को जलभराव के कारण परेशानी नहीं आने दी जाएगी। शहरी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पंप सेट लगाकर जल निकासी की जा रही है। आमजन से अपील है कि कूड़ा-कर्कट सड़कों पर अथवा नालियों में न फेंके। संबंधित अधिकारियों की टीमों को निर्देश दिए हैं कि शहर में जहां-जहां भी वर्षा का पानी भरा हुआ है, वहां पानी को शीघ्र निकलवाने के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।