आयुर्वेद से बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता : डॉ. अजीत
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों को औषधी वितरिक की जा रही है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि महानिदेशक आयुष व उपायुक्त के आदेशानुसार आयुष विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जिले में आयुर्वेदिक औषधियां वितरित की जा रही है। प्रशासन द्वारा घोषित कंटेनमेंट जोन में होम आइसोलेटिड रोगियों तथा उस घर के सदस्यों व आसपास के घरों में तत्परता से आयुष काढ़ा व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली औषधियां बांटी जा रही है। आयुष नोडल अधिकारी नियुक्त डॉ. अजीत ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए जिला में क्षेत्र अुनसार आयुष नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है ताकि संबंधित क्षेत्र के रोगियों को आयुष नोडल अधिकारी को सूचित कर आयुष काढ़ा व औषधियां प्राप्त कर सकते है। उन्होंने बताया कि रेवाड़ी खंड के लिए डॉ. गोविद शर्मा 9784036607, कोसली व जाटूसाना के लिए डॉ. शिव धाकड़ 9671323870, डहीना के लिए डॉ. नीतू 9896294065, धारूहेड़ा के लिए डॉ. भूनेश 9958935938, गुरावड़ा के लिए डॉ मनोज 9671693001 व बावल क्षेत्र के लिए डॉ. कृष्णा 9813518083 पर संपर्क कर आयुष काढ़ा व औषधियां प्राप्त की जा सकती है। काढ़ा बनाने की विधि आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई विधि के मुताबिक घर में भी काढ़ा बना सकते हैं। घर में जितने सदस्य हैं, उतना कप पानी लें और उसे चूल्हे पर उबालना शुरू करें। जब पानी गर्म हो जाए तो आंच धीमी करें और उसमें तुलसी पत्ता, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का और गुड़ डाल दें। सभी सामग्रियों को डालने के बाद जब पानी खौलने लगे तो इसे छान लें और इसमें नींबू निचोड़ दें। इस काढ़े को दिन में अगर आप दो बार पी लें। इस काढ़े को पीने से आप कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से आसानी से लडऩे में सक्षम हो जाएंगे। इन सामग्रियों का करें प्रयोग काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। तुलसी के पत्ते, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़, नींबू को प्रयोग करना होगा। इसके अलावा भारत के देसी नुस्खे जैसे तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दाल चीनी, अजवाइन, गिलोय आदि का काढ़ा पीने से भी कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।