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आंदोलनकारी किसानों ने जलाई कृषि कानून की प्रति

तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित शाहजहांपुर बार्डर पर किसानों का धरना बुधवार को भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 08:32 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 08:32 PM (IST)
आंदोलनकारी किसानों ने जलाई कृषि कानून की प्रति
आंदोलनकारी किसानों ने जलाई कृषि कानून की प्रति

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित शाहजहांपुर बार्डर पर किसानों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। बुधवार को लोहड़ी पर्व पर आंदोलनकारी किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर अपना रोष व्यक्त किया। साहबी पुल पर किसानों की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 75 लोगों ने रक्तदान किया।

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कृषि कानूनों के विरोध में 13 दिसंबर से राजस्थान, पंजाब व जिले के किसान हाईवे स्थित खेड़ा बार्डर और 3 जनवरी से साहबी पुल पर धरने पर बैठे हुए हैं। गंगायचा जाट स्थित टोल प्लाजा पर भी किसानों का धरना बुधवार को जारी रहा।

शाहजहांपुर खेड़ा बार्डर पर बुधवार को राजाराम मील, बंगाल से तुषार घोष, देवी शीर्ष, पूर्व विधायक अमराराम, पवन दुग्गल, पूर्व विधायक पैमाराम, पश्चिम बंगाल किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अनमोल हलधर, पंकज सावंरिया, राजस्थान प्रदेश शिक्षा बचाओ आंदोलन के प्रदेश संयोजक डा. रमेश बैरवां, श्यामलाल आर्य व मोहन भादू ने धरने को संबोधित किया। देर शाम को किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर अपना रोष प्रकट किया तथा सरकार से तीनों कानून वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को राजस्थान के सभी गांवों में मशाल जलूस, 18 को महिला किसान दिवस, 20 को गुरुगोबिद सिंह की याद में शपथ कार्यक्रम, 23 को आजाद हिद किसान दिवस पर देशभर के राजभवन के घेराव के कार्यक्रम होंगे। इसके साथ साथ गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। 75 लोगों ने किया रक्तदान लोहड़ी के अवसर पर आंदोलनकारी किसानों ने साहबी पुल पर ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें बाहरी किसानों के साथ ही स्थानीय लोगों ने भी हिस्सा लिया। शिविर में 84 लोगों ने पंजीकरण कराया, जबकि 75 ने रक्तदान किया।

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आज किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे स्थानीय लोग दिल्ली-जयपुर हाईवे पर आंदोलनकारी किसानों के धरने के कारण यातायात पूरी तरह ठप है। हाईवे पर यातायात बहाल न होने के कारण पेट्रोल, ढाबे, होटल व सैकड़ों दुकानें बंद पड़ी हुई हैं, जिस कारण हजारों लोगों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। रविवार को स्थानीय लोगों ने किसान नेताओं से हाईवे खोलने के लिए आग्रह भी किया था। सोमवार को जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात कर हाईवे खुलवाने का आग्रह किया था और हड़ताल की चेतावनी दी थी। अब बृहस्पतिवार को पेट्रोल पंप संचालक, स्थानीय दुकानदार व आसपास के गांवों के ग्रामीण सुबह 11 बजे शाहजहांपुर बार्डर पर किसान नेताओं से मुलाकात कर हाईवे खोलने क आग्रह करेंगे। बावल पंचायत समिति के चेयरमैन विरेंद्र छिल्लर ने बताया कि हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। हाईवे पर करीब 120 पेट्रोल पंप एक माह से बंद पड़े हुए हैं। हर रोज करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। करीब 5 हजार लोगों के रोजगार पर संकट छाया हुआ है। आसपास के ग्रामीण भी हाईवे बंद होने के कारण परेशान है। बृहस्पतिवार को किसान नेताओं की ओर से सकारात्मक पहल की उम्मीद है। बातचीत के बाद आगामी कार्ययोजना पर विचार किया जाएगा।


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