शहीद हुकुमचंद जैन की प्रतिमा लगाने की मांग
स्थानीय अग्रवाल भवन में शहीद स्वतंत्रता सेनानी लाला हुकुमचंद जैन का शहीदी दिवस अग्रवाल वैश्य समाज के प्रधान रामकिशन अग्रवाल की अध्यक्षता में मनाया गया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: स्थानीय अग्रवाल भवन में शहीद स्वतंत्रता सेनानी लाला हुकुमचंद जैन का शहीदी दिवस अग्रवाल वैश्य समाज के प्रधान रामकिशन अग्रवाल की अध्यक्षता में मनाया गया। अग्रवाल वैश्य समाज के युवा जिलाध्यक्ष एडवोकेट नितेश अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में समाजसेवी बृजलाल गोयल ने शिरकत की तथा शहीद हुकुमचंद जैन को पुष्प अर्पित कर नमन किया किया।
मुख्यातिथि ने कहा कि शहीद हुकुमचंद जैन का जन्म हांसी के प्रसिद्ध कानूनगो परिवार में हुआ था। बचपन से ही उनकी फारसी व गणित में रुचि थी। अपनी शिक्षा व प्रतिभा के बल पर उन्होंने मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के दरबार में उच्च पद हासिल किया था। जब ब्रिटिश सरकार ने हरियाणा प्रांत को अपने अधीन कर लिया तब भी वह कानूनगो बने रहे तथा उनकी भावनाएं सदैव ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध रही। 1857 में जब स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बजा तो उनकी देश प्रेम की भावना अंगड़ाई लेने लगी तथा उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जंग छेड़ दी। सरकार द्वारा उनके ऊपर झूठे मुकदमें चलाए गए तथा अंत में उन्हें फांसी दे दी गई। इस दौरान अग्रवाल वैश्य समाज के प्रधान रामकिशन, अग्रवाल सभा के प्रधान राधेश्याम गुप्ता, विहिप प्रधान राधेश्याम मित्तल, रत्नेश बंसल, विनयशील गोयल, पार्षद राजेंद्र सिघल, पार्षद दीपक अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे। वहीं वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि सरकार उन सभी गुमनाम शहीदों के साथ हुकुमचंद जैन को शहीद का दर्जा दे तथा उनके नाम पर रेवाड़ी शहर के किसी स्कूल, कालेज या चौराहे का नामकरण किया जाए। इसके अलावा उनकी एक प्रतिमा लगाई जाए ताकि युवा पीढ़ी को हुकुमचंद जैन के बलिदान से प्रेरणा मिल सके। इस अवसर पर रिपुदमन गुप्ता, वेद प्रकाश अग्रवाल गैस वाले, सतीश अग्रवाल, प्रदीप जैन, नरेश मितल, जितेंद्र जिदल, संदीप गोयल, राकेश गर्ग, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, शरद गोयल, राजीव गोयल, नरेश गुप्ता, जितेश अग्रवाल, एडवोकेट मोहित जैन, एडवोकेट तरुण गर्ग, एडवोकेट कनिका अग्रवाल, एडवोकेट सौरभ गुप्ता, चिराग सिघल, हितेश गुप्ता, ईशान जिदल, शिवम अग्रवाल, चिराग अग्रवाल, नितिन गुप्ता, गौरव गुप्ता, पंकज गोयल, यश जिदल, विशाल सिघल आदि उपस्थित थे।