छेड़खानी में फंसा तो फंदा लगाया, लोगों ने दरवाजा तोड़कर बचाया
आधी रात को दो युवक एक घर में घुसे। लड़की ने परिवार का सदस्य समझकर खोल दिया था दरवाजा। शोर मचा तो परिवार के सदस्य जाग गए। एक युवक को कमरे में बंद कर दिया था।
जागरण संवाददाता, समालखा [पानीपत] : छेडख़ानी करने के आरोप में पकड़े गए युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। दरअसल, युवती के परिजनों ने उसे कमरे में बंद कर दिया था। उसका एक साथी छत से कूदकर अंधेरे का फायदा उठा भागने में कामयाब हो गया।
युवती ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि दिवाली की रात को वह कमरे में सो रही थी। एक बजे के करीब दो युवक उनके घर में घुस आए और उसके कमरे का दरवाजा खटखटाने लगे। उसने दरवाजा खोला तो गांव का ही राकेश व एक अन्य युवक मिला। उसके साथ छेडख़ानी करने लगे। जब उसने शोर मचाया तो उसकी मां आवाज सुनकर आ गई। दोनों भागने लगे तो शोर सुनकर आए उसके पिता ने राकेश को पकड़ लिया। उसका साथी छत से कूद कर भागने में कामयाब हो गया। इसके बाद पड़ोसी भी आ गए। उसके पिता व पड़ोसियों ने राकेश को कमरे में बंद कर दिया। कंट्रोल रूम में सूचना दी। इसी बीच आरोपित युवक ने कमरे की अंदर से कुंडी लगाकर फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की।
इस तरह बचाया
लोगों ने किसी तरह से दरवाजा तोड़ कर उसे बचाया। परिजनों के साथ उसे भेज दिया। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को देकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जांच अधिकारी एएसआई कुलबीर सिंह का कहना है कि मामले में राकेश व एक अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच की जा रही है।