अलविदा 2021: पांच घटनाओं से इस साल चर्चा में रहा करनाल, हरियाणा में किसान आंदोलन का रहा गढ़
साल 2021 को अलविदा कहने का समय आ गया है। हालांकि साल 2021 की कई बड़ी घटनाओं को भूल पाना शायद की मुमकिन हो। साल भर तक चर्चा में रहने वाला किसान आंदोलन का गढ़ करनाल रहा। महापंचायत से लेकर लाठीचार्ज का गवाह बना करनाल। पढ़े रिपोर्ट।
करनाल, जागरण संवाददाता। साल 2021 भले ही समाप्त हो रहा, लेकिन कई बड़ी घटनाओं को भूलाया नहीं जा सकता। करनाल में हुईं घटनाओं की चर्चा पूरे देश में रहीं। सरकार तक को इन घटनाओं पर हस्तक्षेप करना पड़ा। कई बड़े नेताओं, किसान नेताओं को आना पड़ा। आइए जानते हैं ऐसी कौन सी पांच बड़ी घटनाएं रहीं।
- करनाल बसताड़ा टोल प्लाजा में लाठीचार्ज
करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दरमियान 28 अगस्त को बहुचर्चित लाठीचार्ज प्रकरण हुआ था। आंदोलन समाप्त होने तक यह प्रकरण लगातार सुर्खियों में रहा। इसके अगले ही दिन जिला सचिवालय के बाहर किसानों ने पड़ाव डाल दिया था, जहां लगातार चले आंदोलन के बाद सरकार व किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हुई। राकेश टिकैत, गुरनाम चढ़ूनी और योगेंद्र यादव सरीखे किसान नेता यहां जुटे। कई दिन बाद प्रशासन व किसान नेताओं में सहमति बन पाई थी। इसके उपरांत ही पड़ाव हटाया गया। इसके बाद सरकार ने किसानों की मांग पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश एसएन अग्रवाल की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित किया था।
आयोग ने की थी जांच
आयोग की करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में ही विशेष कोर्ट स्थािपत की गई, जहां पर लाठीचार्ज में घायल हुए किसानों के साथ-साथ भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी, पंजाब के किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल सहित कई अन्य किसान नेताओ के भी बयान दर्ज किए गए थे। करीब एक माह तक यहां गवाहियां चली, जिसके बाद आयोग ने अपना कार्य पंचकूला में पूरा किया। वहीं, इस प्रकरण से कुछ समय पहले गांव कैमला में महापंचायत प्रकरण भी हुआ था, जिसमें किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हेलीकाप्टर उतरने का प्रबल विरोध किया तो वे पुलिस के साथ भी भिड़ गए थे। जमकर हंगामा हुआ था। इन दोनों ही प्रकरणों की गूंज देश प्रदेश में सुनाई दी थी।
- बाहरी चुना गया था सर्वश्रेष्ठ गांव
करनाल: बेहतर लिंगानुपात के लिए वर्ष 2020-21 में जिले के असंध क्षेत्र के गांव बाहरी को सर्वश्रेष्ठ गांव पुरस्कार के लिए चुना गया था। इसके तहत हरियाणा सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत लड़कियों का लिंगानुपात सर्वाधिक होने के लिए गांव की 10वीं परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाली तीन बेटियों को मार्च में आयोजित समारोह में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सम्मानित किया था। इस उपलब्धि के लिए गांव की 10वीं परीक्षा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वाली बेटियों को कुल एक लाख 50 हजार रुपये के पुरस्कार दिए गए। विजेताओं में शामिल बाहरी गांव की अंजलि ने 90 प्रतिशत अंक लिए। जबकि दूसरी बेटी खुशी ने 84 प्रतिशत और तीसरी बेटी मधु ने 83 प्रतिशत अंक लेकर परीक्षा अच्छे नम्बरों से उत्तीर्ण की। इतना ही नहीं, इस गांव में वित्त वर्ष के तहत कुल एक हजार लड़कों के पीछे 1305 लड़कियों का जन्म हुआ, जो जिले में सर्वाधिक रहा। इसी उपलब्धि के आधार पर बाहरी गांव को सर्वश्रेष्ठ गांव पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
- कोरोना संक्रमण: दूसरी लहर का किया डटकर मुकाबला
करनाल: जिले में लगातार दूसरे वर्ष कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति बेहद गंभीर और संवेदनशील बनी रही। हालात ऐसे हो गए थे कि मरीजों को बेड तक नहीं मिल पा रहे थे। दिल्ली में आक्सीजन और बेड की कमी के कारण वहां के मरीज करनाल में आकर शिफ्ट हो गए थे। इस दौरान चुनौतियों ओर भी अधिक बढ़ गई। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना को हराने के लिए कई प्रयोग किए जो सफल भी हुए। बेड की कमी को कम करने के लिए बैंक्वेट हाल, धर्मशाला व पीएचसी, सीएचसी में आक्सीजन बेड की सुविधा दी गई। गंभीर मरीजों को सिर्फ कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में दाखिल किया गया। आक्सीजन आन व्हील भी संजीवनी बनी। जिले में आक्सीजन की कमी नहीं रहने दी। एक वैन मूवमेंट में रखी गई, जिसमें आक्सीजन सिलेंडर भरे हुए थे, जहां पर कमी की सूचना मिली, वहीं पर यह आक्सीजन वैन पहुंच गई। धीरे-धीरे हालात में सुधार आता गया। जिले में अब तक 40074 केस सामने आ चुके हैं। 39495 मरीज ठीक होकर घर चले गए। जिले में अब तक 555 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। फिलहाल कोरोना वायरस के 24 केस एक्टिव हैं।
- शहर की सबसे बड़ी मांग हुई पूरी
यह साल शहरवासियों को सबसे बड़ी सौगात नगर निगम के नए भवन के नाम की देकर अलविदा हो रहा है। दशकों पुरानी मांग मनोहर सरकार ने पूरी की। सेक्टर 12 में 16 करोड़ रुपये की लागत से तैयार भवन जनता को सीएम मनोहर ने समर्पित कर दिया। यह भवन सेक्टर-12 में बेज नम्बर 11 से 16 में तथा 1618 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में है। जनता को लाभ यह है कि उसे सरकारी आफिस में आने जाने के लिए कम समय लगेगा। यह सौगात जिले की जनता को आने वाले कई साल तक याद रहेगी।