बिहार और उप्र से आया चावल, यमुनानगर में पुलिस ने पकड़ा
पाबनी रोड से चावल से भरे दो ट्रक शनिवार को पकड़े। दोनों ट्रकों में करीब आठ टन चावल बताया जा रहा है। इनमें से छह ट्रक बिहार के विभिन्न जिलों से तथा एक ट्रक उत्तर प्रदेश के आयोध्या से लाया गया।
पानीपत/यमुनानगर, जेेएनएन। पुलिस ने ओम राइस मिल जगाधरी से पांच व शिव शंकर राइस मिल पाबनी रोड से चावल से भरे दो ट्रक शनिवार को पकड़े। दोनों ट्रकों में करीब आठ टन चावल बताया जा रहा है। इनमें से छह ट्रक बिहार के विभिन्न जिलों से तथा एक ट्रक उत्तर प्रदेश के आयोध्या से लाया गया। पुलिस सभी ट्रकों को कब्जे में लेकर थाना शहर जगाधरी ले गई। जहां पर दोनों राइस मिलों के संचालकों को बुलाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहार व उत्तर प्रदेश से सस्ता चावल खरीद कर उक्त राइस मिलों में लाया जाएगा। सूचना के आधार पर पुलिस टीमों का गठन किया गया। जैसे ही चावल से भरे ट्रक राइस मिलों के बाहर पहुंचे पुलिस ने उन्हें कब्जे में ले लिया। जिन ट्रकों में चावल था उनके नंबर भी बिहार व राजस्थान के हैं। दोनों मिलों के पास हैं सरकारी धान डीएफएससी विभाग के मुताबिक ओम राइस मिल जगाधरी को खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक ने कुटाई के लिए एक लाख 31954 ¨क्वटल धान दे रखा है। इसी तरह शिव शंकर राइस मिल को करीब छह हजार मीट्रिक टन धान हैफेड ने दिया हुआ है। धान की कुटाई के बाद चावल एफसीआइ को डिलीवर करना होता है। पुलिस को शक है कि दोनों राइस मिलरों ने खरीद एजेंसियों से जो धान ले रखा है उसी में बिहार व उत्तर प्रदेश से लाए गए चावल को मिलाकर सप्लाई किया जाना था। इसी शक के आधार पर पुलिस ने ट्रकों को पकड़ा है। इसलिए पुलिस ने डीएफएससी व हैफेड के अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया। इन पर दर्ज हो चुके हैं केस पिछले साल कई राइस मिलरों ने एजेंसियों से जो धान ली थी उसकी एवज में चावल वापस नहीं किया। इस पर विभाग ने नोटिस के बाद थानों में मुकदमें दर्ज कराए थे। इसी कड़ी में अक्टूबर में भंभौली स्थित देशराज राइस मिल पर डीएफएससी ने 26 हजार 981 ¨क्वटल चावल के गबन का केस दर्ज कराया था। विभाग ने राइस मिलर को करीब 82 हजार ¨क्वटल धान दिया था। धान कुटाई के बाद करीब 53 हजार हजार ¨क्वटल चावल लौटाना था। निर्धारित समय निकल जाने के बाद भी राइस मिलर ने पूरा चावल नहीं लौटाया। इससे पहले हैफेड के डीएम ने खोल फतेहगढ़ के श्रीराम एग्रो फूड्स पर 22 हजार 671 ¨क्वटल चावल के गबन का केस दर्ज कराया था। विभाग की जांच में 30217.81 ¨क्वटल जीरी भी कम मिली थी। जिला में कुल 159 राइस मिलर हैं। दोनों मिलरों के पास ट्रे¨डग का लाइसेंस है : सुनील शर्मा डीएफएससी सुनील शर्मा का कहना है कि दोनों राइस मिलरों के पास ट्रे¨डग का लाइसेंस है। मिलर कहीं से भी चावल खरीद सकते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मार्च तक चावल लेना है : अनूप नैन हैफेड डीएम अनूप नैन का कहना है कि शिव शंकर राइस मिल को करीब छह हजार मीट्रिक टन धान कुटाई के लिए दिया हुआ है। मार्च 2021 तक मिलर को चावल की डिलीवरी देनी है। यदि हमारा धान मिल में कम मिला तो मिलर पर एफआइआर दर्ज कराएंगे। जांच में पता चला है कि मिलर के पास ट्रे¨डग का लाइसेंस हैं। यह लाइसेंस मार्के¨टग बोर्ड की तरफ से जारी किया जाता है। इसलिए इस बारे में बोर्ड अधिकारी ही ज्यादा बता सकते हैं। अधिकारी जांच कर रहे हैं: राकेश राणा थाना शहर जगाधरी एसएचओ राकेश राणा का कहना है कि दोनों मिलों से चावल से भरे सात ट्रक पकड़े हैं। जांच के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को बुलाया गया है। फिलहाल दोनों मिल संचालकों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। कहीं से भी चावल खरीद सकते हैं : प्रवीण अग्रवाल राइस मिलर एसोसिएशन यमुनानगर के जिला प्रधान प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि दोनों मिलरों ने ट्रे¨डग का लाइसेंस ले रखा है। वह कहीं से भी चावल खरीद कर उसकी फिनि¨शग व सफाई आदि कर पै¨कग कर बाजार में बेचा जाता है। मिलरों ने अपना ब्रांड भी रजिस्टर्ड करवा रखा है।