बिजली बिल का झटका, हार्ट अटैक झेल रहे उपभोक्ता
सोमवार को सैकड़ों उपभोक्ता गलत बिजली बिल ठीक करवाने के लिए चक्कर काटते रहे।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
सोमवार को सैकड़ों उपभोक्ता गलत बिजली बिल ठीक करवाने के लिए बिजली निगम कार्यालय पर पहुंचे। जिनका बिल तीन हजार होना चाहिए था, उन्हें छह लाख रुपये तक के बिल भेज दिए। बहुत से उपभोक्ताओं का बिल ही नहीं मिल पा रहे।
गलत बिल आने संबंधी शिकायत लेकर पहुंचे बत्रा कालोनी के उपभोक्ता ने बताया कि 85 हजार 700 यूनिट का बिजली का बिल 6 लाख 60 हजार रुपये का आया है। पहले बिल 3200-3300 रुपये तक आता था। नया मीटर घर से बाहर लगाने के बाद रिकार्ड में एमसीओ नहीं चढ़ाया गया है। इस कारण बिजली का बिल इतना अधिक आया है। वीरवासी नामक उपभोक्ता का आरोप है कि किसी का पुराना तेज चलने वाला मीटर मेरी फैक्ट्री में लगाया। इसकी शिकायत निगम को गई लेकिन मीटर बदला नहीं लगा। अप्रैल से लेकर अब तक अनेक चक्कर निगम के काटे। फैक्ट्री भी बंद हो गई। मामा फैक्ट्री में पार्टनर थे। उनकी सदमे से मौत हो चुकी है। उन्हें भी दो बार अटैक आ चुका है। मीटर नहीं बदला गया। यदि उनकी मौत हुई तो जिम्मेवार बिजली निगम होगा। जाटल रोड की महिला उपभोक्ता ने बताया कि छह माह से न तो कोई री¨डग लेने आ रहा और न ही कोई बिल भेजा जा रहा। ¨बझौल से आए उपभोक्ता ताराचंद का कहना है कि वे दो माह पहले बिल ठीक करवाकर गए थे। अब दोबारा से पुराना बिल जुड़ कर आ गया। 65 हजार का बिल आया है।
कंपनी को दी है चेतावनी
गलत बिजली बिल आने की समस्या के संदर्भ में एक्सईएन सिटी डिविजन पंकज धवन का कहना है कि उपभोक्ताओं को बेहतर सर्विस देने के लिए कंपनी को री¨डग लेने तथा बिल देने के काम पर लगाया गया था। आधे से ज्यादा बिल गलत आ रहे हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत को देखते हुए कंपनी को चेतावनी दी गई है। उच्च अधिकारियों की नोटिस में मामला लाया जा चुका है। सीए को सख्त आदेश दिए गए हैं कि गलत बिल जल्द से जल्द ठीक करें। 30 से 35 प्रतिशत री¨डग गलत मिली है।