गांव से गांव गड्ढा कनेक्शन, जख्म बांटतीं सड़कें
जागरण संवाददाता समालखा गांव से गांव को जोड़ने वाली सड़कों की हालत बदहाल है। हर सड़क
जागरण संवाददाता, समालखा : गांव से गांव को जोड़ने वाली सड़कों की हालत बदहाल है। हर सड़क को मरम्मत की दरकार है। गहरे गड्ढे और बिखरी रोड़ी चलने वालों को जख्म बांट रही हैं।
आट्टा से बिलासपुर
आट्टा से बिलासपुर सड़क की लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर है। यह बारह फीट चौड़ी है। सैकड़ों किसानों के खेत भी इसी सड़क से लगते है। सड़क के टूटने पर कई जगह गड्ढे बन गए हैं।
मछरौली से बिहोली खस्ताहाल
मछरौली से बिहोली को जोड़ने वाली सड़क भी खस्ताहाल है। रोहताश, अनिल, विनोद ने बताया कि ये सड़क उनके गांव के अलावा समालखा से बापौली जाने वाली सड़क को हाईवे से भी जोड़ने का काम करती है। बारह फीट चौड़ी सड़क टूटी है। वाहन लेकर निकलना मुश्किल हो रहा है। यही हाल गांव झट्टीपुर जाने वाली सड़क का है।
खलीला से बुड़शाम
खलीला से बुड़शाम सड़क में गड्ढों की भरमार है। यह सड़क हाईवे को नहरों के बीच बनी सड़क से भी जोडऩे का काम करती है। स्थायी समाधान की बजाय मरम्मत के नाम पर खानापूरी कर दी गई।
किवाना से ढोडपुर
किवाना से मनाना, चुलकाना, ढोडपुर व समालखा के लिए सड़क निकलती है। समालखा वाली को छोड़कर अन्य तीनों सड़कों की हालत बदहाल है। ग्रामीण संजय, राजेश, विनोद का कहना है कि सड़क टूटी होने पर वाहन चालकों के अलावा किसानों को परेशानी हो रही है।
देहरा से बसाड़ा
देहरा से निकली सड़कें आधा दर्जन के करीब गांवों को आपस में जोड़ती हैं। इनमें से पट्टीकल्याणा, पावटी, हथवाला व कारकौली जाने वाली सड़क मार्केटिग बोर्ड की तरफ से बनाई गई है, देहरा से बसाड़ा जाने वाली सड़क पीडब्ल्यूडी की है। सभी सड़कें टूटकर गड्ढे में बदल गई हैं।
जल्द कराएंगे मरम्मत : पीडब्ल्यूडी के एसडीओ सोमबीर दहिया का कहना है कि गांव से गांव को जोडऩे वाली जो भी सड़क टूटी है, उसकी मरम्मत कराएंगे। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भी दर्जन भर सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर फाइल अप्रूवल के लिए भेजी हुई है।