शब्द तो सभी के पास, न्याय गीता में : ज्ञानानंद महाराज
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज बुधवार को कोर्ट कांप्लेक्स स्थित मीटिग हाल में वकीलों के बीच पहुंचे।
जागरण संवाददाता, पानीपत
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज बुधवार को कोर्ट कांप्लेक्स स्थित मीटिग हाल में वकीलों के बीच पहुंचे। उन्होंने जीओ गीता का संदेश देते हुए कहा कि शब्द तो बहुत से ग्रंथों में हैं, न्याय तो गीता में है। गीता को अपनाएं, खुद जगें दूसरों को भी जगाएं।
ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पेशा कोई हो, न्याय सभी जगह जरूरी है। गीता में कहा है कि खाओ उतना जितना पचा सको। कर्म इतने न करो की शरीर कष्ट में आ जाए। इतने कम भी नहीं कि हाव-भाव में आलस्य झलके। कार्य क्षमताओं के संबंध में शरीर के हर अंग की बात गीता में है। मन को वैज्ञानिक तरीके से समझाना भी जरूरी है। विचारों में बिखराव से मनोबल कमजोर होता है, इसलिए ठहराव और एकाग्रता बहुत जरूरी है। उन्होंने एक दिसंबर तो लाल किला मैदान दिल्ली में होने वाले गीता प्रेरणा महोत्सव के लिए आमंत्रित किया। कार्यक्रम को डीसी सुमेधा कटारिया और डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी राजेश चौधरी ने भी संबोधित किया।
इस मौके पर पंडित राधे राधे, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता, ललित गोयल, अंकुश, एडवोकेट आनंद दहिया, राजेश शर्मा, नकुल छौक्कर, विकास रोहिल, मोनिका कक्कड़ और पूजा अरोड़ा मौजूद रहे। मन का प्रदूषण भी मिटाना है
ज्ञानानंद ने स्मॉग के साथ दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच हुई हिसा पर भी चिता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब हम वातावरण को शुद्ध रखने की बात करते हैं तो मन का प्रदूषण भी मिटाना होगा। दिल्ली में आज कुछ राहत है, अच्छी बात है। बनेंगे अलग-अलग पंडाल
ज्ञानानंद ने बताया कि महोत्सव में पेशे के हिसाब से अलग-अलग पंडाल होंगे। इसलिए वकील अपना रजिस्ट्रेशन पहले ही करा लें। भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता ने कहा कि अलग-अलग पहुंचने से अच्छा है कि बसों में बैठकर समूह में जाएं।