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सरल केंद्र की महिला कर्मी ने की आत्‍महत्‍या, सुसाइड नोट में सामने आई चौंकाने वाली वजह

उचाना के सरल केंद्र की महिला कर्मचारी ने आत्‍महत्‍या कर ली। महिला कर्मी ने आत्‍महत्‍या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें कार्यालय के स्टाफ पर गलत काम कराने व प्रताड़ना के आरोप लगाए। पुलिस ने एसडीएम सहित 12 लोगों पर केस दर्ज किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 01:52 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 01:52 PM (IST)
सरल केंद्र की महिला कर्मी ने की आत्‍महत्‍या, सुसाइड नोट में सामने आई चौंकाने वाली वजह
उचाना में सरल केंद्र की महिला कर्मी भतेरी का फाइल फोटो।

पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद के उचाना में सरल केंद्र की महिला कर्मी ने आत्‍महत्‍या कर ली। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें महिला ने प्रताड़ना और गलत काम को लेकर दबाव का जिक्र किया है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर एसडीएम सहित 12 लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

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उचाना तहसील के सरल केंद्र में आउटसोर्सिंग के तहत लगी खटकड़ गांव की कंप्यूटर ऑपरेटर ने वीरवार रात जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले महिला ने पांच पेज का सुसाइड नोट और वाइस रिकार्डिंग छोड़ी है, जिसमें एसपी को गुहार लगाते हुए उचाना के एसडीएम समेत 12 कर्मचारियों पर प्रताडऩा, गलत काम करने, अश्लील हरकत करने के आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट के आधार पर महिला के पति की शिकायत पर उचाना थाना पुलिस ने एसडीएम समेत 12 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने, छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है।

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सुसाइड नोट में 35 वर्षीय महिला ने लिखा है कि पिछले पांच-छह महीने से उसके साथ काम करने वाले सुखदेव, भारतभूषण, संदीप क्लर्क, अर्जुन, मन्नू, अतुल, प्रवीण समेत दूसरे कई कर्मचारी उसे प्रताडि़त कर रहे हैं। उसके साथ अश्लील हरकत की जाती हैं और गलत काम करवाया जाता है। उसकी यूजर-आईडी को लॉग इन कर गलत तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाते हैं। यही नहीं, सरल केंद्र की आईडी को बाहर दूसरी जगह से लॉगइन कर ड्राइविंग लाइसेंस जारी करवाए जाते थे।

वीरवार को भी उसकी यूजर आईडी से उसकी अनुपस्थिति में कैश कटा, जिस पर उसने पूछा तो सभी ने मना कर दिया। दफ्तर के कर्मियों की वजह से काफी परेशानी झेल रही थी। एसडीएम उचाना को शिकायत करने के बावजूद उन्होंने किसी तरह का संज्ञान नहीं लिया और उसके साथ प्रताडऩा जारी रही। हद से ज्यादा प्रताडऩा होने पर उसने आत्महत्या का कदम उठाया है। पति समेत परिवार के दूसरे लोगों से किसी तरह का गिला-शिकवा नहीं है।

उसकी मौत के जिम्मेदार दफ्तर के कर्मचारी हैं, जिन्होंने उसके परिवार को बर्बाद कर दिया और उसके दो मासूम बच्चों से दूर कर दिया। उसे न्याय मिलना चाहिए और उपरोक्त कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट और महिला के पति के बयान के आधार पर 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। महिला के शव का पोस्टमार्टम कर शव स्वजनों को सौंप दिया गया है। वहीं, एसडीएम ने कहा कि महिला ने कभी भी उनसे मुलाकात करके न तो परेशान करने वाले कर्मचारियों की शिकायत दी और न ऑफिस की समस्या बताई। महिला की अनुपस्थिति में कैश कटने सहित दूसरे आरोपों की भी जांच कराई जाएगी।


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