कैथल में दहेज प्रताड़ना की बलि चढ़ी एक और बेटी, तंग आकर दे दी जान
कैथल में दहेज प्रताड़ना की वजह से एक विवाहिता ने फंदा लगाकर जान दे दी। पति सहित एक अध्यापिका पर मामला दर्ज कर लिया गा है। कैथल शहर की डिफेंस कालोनी का मामला है। मृतका के भाई पर शिकायत दर्ज की गई है।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल शहर की डिफेंस कालोनी निवासी 38 साल की एक विवाहिता ने दहेज प्रताड़ना से परेशान होकर फांसी का फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति व उसकी साथी अध्यापिका के खिलाफ षड्यंत्र के रचकर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी शिकायत में गांव सिरसल निवासी कुसेम कुमार ने बताया कि करीब 20 साल पहले उसकी बहन सुषमा का विवाह जींद के गांव दबलैन निवासी सतीश के साथ हुआ था। विवाह के बाद एक बच्चे को जन्म दिया। बेटा अब विदेश में रहता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि अब उसकी बहन अपने पति सतीश के साथ डिफेंस कालोनी में रहती थी। उसका जीजा उसकी बहन को मायके कम दहेज लाने को लेकर प्रताडि़त करता था। उसके जीजा के साथ क्योड़क के एक सरकारी विद्यालय में टीचर भतेरी ने भी उसकी बहन को कई बार प्रताडि़त किया। दोनों द्वारा रची गई साजिश के चलते उसकी बहन ने शनिवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद वह परिवार सहित मौके पर पहुंचा। इसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने आरोपित पति व अध्यापिका के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
इधर, आत्महत्या के लिए मजबूर करने पर दो के खिलाफ केस दर्ज
खनौरी रोड बाइपास स्थित सत्य फिलिंग स्टेशन के मालिक अशोक गर्ग ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था। इसमें अपनी मौत का जिम्मेदार सुनील चावला व बलजीत शर्मा को बताया। सुसाइड नोट में लिखा कि सुनील चावला पंप चलाने के लिए उससे 35 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था। यह रकम दे भी चुका है, लेकिन इसके बावजूद उसे परेशान किया जा रहा है। रिश्वत न देने पर पंप को बंद करने की धमकी दे रहा है। उसने पंप पर किसी का कोई पैसा नहीं देना है। बलजीत शर्मा भी उसे परेशान कर रहा है। दोनों की प्रताडऩा से तंग आकर वह यह कदम उठा रहा है। सिटी थाना पुलिस प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मृतक के बेटे सार्थक गर्ग की शिकायत पर सुसाइड नोट में शामिल दोनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।