बस चलाने की जिद पर अड़ी महिला, आगे क्या हुआ पढ़ें ये खबर
बस चालकों की हड़ताल की वजह से परेशान विभाग के अफसरों के सामने एक नई मुसीबत आ गई। महिला ने नौकरी न दिए जाने पर उन भ्रष्टाचार के आरोप जड़ दिए। परिवहन मंत्री का भी नाम दिया।
जेएनएन, पानीपत - एक महिला की जिद ने रोडवेज के पूरे बेड़े को सकते में डाल दिया। महिला ने खुद के पास हेवी लाइसेंस होने का दावा करते हुए कहा कि उसे नौकरी दी जाए। हड़ताल की वजह से अगर रोडवेज के चालक बस नहीं चला सकते तो उसे मौका दें। विभाग के अफसरों ने उसे बहुत समझाया। कहा कि फार्म भर दें। बाद में टेस्ट व अन्य प्रक्रिया के बाद मौका देंगे। पर वो नौकरी मांगती रही। यहां तक की एक बस को भी रोक दिया। परिवहन मंत्री का भी हवाला दिया। कैसे, उस महिला को समझाया, पढ़ें पूरी खबर।
रोडवेज में भर्ती होने के लिए दस दिनों से चक्कर काट रही महिला के सब्र का बांध 11वें दिन टूट गया। महिला ने बस स्टैंड के मुख्य दरवाजे को बंद करने की कोशिश की और रोकने पर जमकर बवाल काटा। नरवाना के गांव कर्मगढ़ निवासी सपना का कहना था कि उसके पास लाइसेंस है और उसने रोडवेज में भर्ती को लेकर फार्म भी भरा हुआ है। उसके बावजूद भी उसको ज्वाइनिंग क्यों नहीं दी जा रही है। उसे चाहे तो ठेके पर ही नौकरी दे दें।
मंत्री कहते हैं नौकरी लग जाएगी, यहां अफसर बैठा लेते हैं
सपना ने आरोप लगाया कि डिपो अधिकारी ज्वाइनिंग देने को लेकर उसे चक्कर कटवा रहे हैं। परिवहन मंत्री रोज रात को फोन करके कहते हैं कि जा बेटा तेरी नौकरी पक्की है। जब यहां आती हूं तो यहां अधिकारी बैठाकर रखते हैं। यहां सिफारिशों पर तो भर्ती कर लेते हैं, लेकिन जिसके पास गाड़ी चलाने के दस्तावेज हैं, उसे चक्कर कटवाए जा रहे हैं।
बस के आगे हंगामा करती महिला।
आधे घंटे तक ड्रामा
हंगामे के दौरान बस स्टैंड के बाहर लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। गेट बंद करने की सूचना मिलते ही पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और महिला को समझाने का प्रयास किया, लेकिन सपना जिद पर अड़ी रही। इतना ही नहीं महिला ने दूसरे गेट से बाहर आ रही दिल्ली की ओर जाने वाली पीआरटीसी की बस को रोकने की कोशिश की। महिला को आगे आते देख ड्राइवर ने बस को पीछे कर लिया।
इसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने महिला को वहां से हटा दिया। यह ड्रामा आधे घंटे तक चलता रहा। उसके बाद महिला पुलिस वहां पहुंची और उसे जीप में बैठाकर साथ ले गई। इस बारे में रोडवेज जीएम प्रदीप कुमार का कहना है कि महिला मेरे पास पहले आई जरूर थी। उसको समझा भी दिया गया था, लेकिन उसने गेट बंद किया या किसी बात का कोई विरोध किया। ऐसा कुछ मामला संज्ञान में नहीं आया है।