सीएमओ के चालक के डेबिट कार्ड को चालू करने का झांसा देकर खाते से 25000 रुपये निकाले
साइबर ठगों ने पानीपत सिविल सर्जन की गाड़ी के चालक को डेबिट कार्ड को चालू कराने का झांसा देकर ओटीपी पूछा और खाते से 25000 रुपये निकाल लिए। जौरासी खास गांव के अजीत सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि वह पानीपत सिविल सर्जन की गाड़ी चलाता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : साइबर ठगों ने पानीपत सिविल सर्जन की गाड़ी के चालक को डेबिट कार्ड को चालू कराने का झांसा देकर ओटीपी पूछा और खाते से 25000 रुपये निकाल लिए। जौरासी खास गांव के अजीत सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि वह पानीपत सिविल सर्जन की गाड़ी चलाता है। 15 जून को दोपहर दो बजे वह रेलवे रोड पर दुकान से कुर्सी खरीदने गया था। इसके लिए बैंक आफ बड़ौदा के एटीएम में रुपये निकलवाने गया। तीन बार कार्ड मशीन में लगाया, लेकिन रुपये नहीं निकले। सिक्योरिटी गार्ड को बुलाकर लाया और कार्ड फिर से मशीन में लगाया। कार्ड ब्लाक होने का मैसेज आया। इसके बाद वह कार्यालय में चला गया। एक घंटे बाद उनके मोबाइल फोन पर केवाइसी के ना से मैसेज आया। इसमें लिखा था कि डेबिट कार्ड चालू करवाने के लिए संपर्क करें। मैसेज में एकमोबाइल नंबर आया। काल की तो व्यक्ति ने बताया कि मुंबई एसबीआइ का कर्मचारी बोल रहा हूं। चालू करवाने के लिए कार्ड का नंबर बताए। इसके बाद ठग ने ओटीपी भी पूछा और भरोसा दिलाया कि पांच मिनट में डेबिट कार्ड चालू हो जाएगा। ठग ने बैलेंस पूछा तो उन्होंने 50 से 60 हजार रुपये बताया। ठग ने 50 हजार रुपये निकलवाने की कोशिश की। खाते में 48 हजार होने के कारण ठग सफल नहीं हो पाया। दूसरी बार ओटीपी पूछकर 10-10, 5 और 10 हजार रुपये खाते से निकाल लिए। अजीत ने आरोप लगाया कि बैंक के कस्टमर केयर पर काल कर कार्ड ब्लाक करने को कहा तो उनकी सुनवाई नहीं की। बैंक जाकर भी कार्ड बंद कराने का प्रयास किया तो कर्मचारियों ने आनाकानी की। उसे शक है कि ठगों के साथ बैंककर्मी भी मिले हुए हैं।