Haryana GST Scam: पंजाब से भी जुड़े हैं तार, 60 मुकदमों में हरियाणा पुलिस के हाथ खाली
Haryana GST Scam के तार पंजाब से भी जुड़े हैं। हरियाणा पुलिस के लिए जालसाजों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। हरियाण पुलिस 60 मामलों में खाली है।
अंबाला, [दीपक बहल]। हरियाणा के 1181 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले के तार पड़ोसी राज्य पंजाब से भी जुड़े हैं। हरियाणा पुलिस ने लगभग 60 मुकदमे अलग-अलग जिलों में दर्ज कर रखे हैं लेकिन अपराधी गिरफ्त में नहीं आ पा रहै हैं। इनमें से अधिकतर मुकदमों की जांच क्राइम ब्रांच को भी सौंपी गई, लेकिन मास्टरमाइंड का पता अब तक नहीं चला है। आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश में करीब 35 हजार जीएसटी नंबर रद भी कर दिए गए हैं।
1181 करोड़ रुपये के घोटाले की क्राइम ब्रांच और जिला पुलिस कर रही तफ्तीश
ठगों ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब के लुधियाना, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर गुरदासपुर, दिल्ली, जगाधरी, पंचकूला आदि में फर्जी बिलों से कारोबार कर घोटाले को अंजाम दिया। इन फर्जी बिलों की आड़ में कारोबारियों ने अपने दो नंबर में आए माल की खपत भी दिखा दी। घोटाले में सरकार को दोतरफा चपत लगी है। एक तो सरकार के खजाने में जो टैक्स आना चाहिए था, वहीं दूसरा फर्जीवाड़ा कर मास्टरमाइंड इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ ले गया। इन मुकदमोंं की तफ्तीश में हरियाणा पुलिस सुस्त पड़ती नजर आ रही है।
लोहे के करोड़ों रुपये के माल की खरीद फरोख्त सिर्फ कागजों में
दिल्ली से अंबाला और अंबाला से पंजाब में लोहे के करोड़ों रुपये के माल की खरीद फरोख्त कागजों में दिखाई गई। करीब 77 करोड़ रुपये के फर्जी ई-वे बिल के जरिये सरकार से 18 फीसद लाभ लिया गया। पंजाब के गोविंद गढ़ जिले के फतेहगढ़ निवासी प्रदीप को लालच देकर मास्टरमाइंड ने दस्तावेज लेकर जीएसटी नंबर प्राप्त कर लिया।
अंबाला छावनी के सरकारी आवास मकान नंबर 162ए, रेल विहार का पता दिखाकर मैसर्स प्रदीप फर्म भी बना ली। कारोबारियों को लोहे की खरीद फरोख्त में सरकार को 18 फीसद भुगतान करना पड़ता है। कारोबारियों ने माल खरीदा नहीं और फर्जी फर्म वाले मास्टर माइंड से पांच छह प्रतिशत कमीशन देकर 18 फीसद भुगतान के बिल बनवा लिए।
ये फर्म भी फर्जी निकली
अंबाला शहर के हीरा नगर मोटर मार्केट के पते पर 7 अगस्त 2019 को मैसर्ज भवानी कास्टिंग फर्म दिखाकर जीएसटी नंबर हासिल किया गया। ऑनलाइन रिकार्ड की बात करें तो संजय कुमार का वास्तविक पता नजदीक एसडी स्कूल रोड, न्यू शक्ति नगर बदीनपुर, मंडी गोबिंदगढ़, पंजाब है। जांच में सामने आया कि जो एड्रेस दिया गया है उस पर भवानी कास्टिंग के नाम से कोई फर्म ही नहीं है।
फर्म के रजिस्ट्रेशन के दौरान जो मोबाइल नंबर दिया गया, वह भी फर्जी निकला। संजय कुमार ने जाली कागजात के आधार पर फर्म को तो रजिस्टर्ड कराया साथ ही करोड़ों रुपये का कारोबार भी दिखा दिया। इस फर्म ने सितंबर 2018 से जून 2019 तक 8.57 करोड़ रुपये का कारोबार करते हुए बिक्री बिल व ई-वे बिल जारी किए थे। यह सभी बिल पंजाब की दो फर्मों शंकर इंटरप्राइजिज व एकम स्टील ट्यूब के नाम जारी किए गए थे।
यह भी पढ़ें: Exclusive interview: हरियाणा कांग्रेस प्रधान सैलजा बोलीं- सोनिया को 23 नेताओं का पत्र लिखना हैरानीजनक
यह भी पढ़ें: लड़ाकू विमान राफेल को पक्षियों से खतरा, अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को लेकर IAF ने हरियाणा सरकार को पत्र
यह भी पढ़ें: पंजाब पोस्ट मैट्रिक स्काॅलशिप घोटाले पर पर्दा डालने के लिए बुना गया था फाइलों का जाल
यह भी पढ़ें: हरियाणा के लखनौर साहिब में हैं श्री गुरु गोबिंद सिंह का ननिहाल, यहां बिताए थे बचपन के दिन
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें