सर्दी का मौसम शुरू, लोक एवं निर्माण विभाग की नहीं टूट रही नींद, सड़कों पर नहीं किए कोई प्रबंध
कैथल में जींद रोड बाइपास चौक हुडा सेक्टर 19 व 20 को जोड़ने वाला चौक अंबाला रोड बाइपास चौक तितरम मोड़ ढांड रोड बाइपास चौक चीका रोड पर बना बाइपास चौक करनाल रोड बाइपास चौक विश्वकर्मा चौक डेथ प्वाइंट के रूप में चिह्नित किए गए हैं।
कैथल, जागरण संवाददाता। सर्दी का मौसम लगभग शुरू हो चुका है। अभी कोहरा शुरू तो नहीं हुआ है, लेकिन कुुछ दिनों से स्माग से भी सड़कों पर कुछ दिखाई नहीं देता है। जिस कारण तंग मोड़ व चौक चौराहों पर सांकेतिक चिन्ह न होने की स्थिति में दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। इन दुर्घटनाओं से बचाव को लेकर लोक एवं निर्माण विभाग द्वारा कोई प्रबंध नहीं किए गए है। ऐसी स्थिति में वाहन चालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। शहर के विश्वकर्मा चौक, खनौरी-पातड़ा बाइपास पर सांकेतिक बोर्ड नहीं है। जिस कारण यहां पर हमेशा दुर्घटनाओं का भय बना रहता है। इसके साथ ही जिले में बने खतरनाक मोड़ पर सड़क हादसों की आशंका भी बढ़ रही है। इन हादसों को रोकने की दिशा में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई खास प्रबंध नहीं किया गया है। जिला, राज्य व राष्ट्रीय मार्गों पर बने तीव्र मोड़ और चौराहों पर दुर्घटनाओं से बचने के लिए न तो किसी प्रकार के सांकेतिक चिह्न लगाए गए हैं और न ही सफेद पट्टियां लगाई गई हैं।
जिले में यह है खतरनाक प्वाइंट
शहर में जींद रोड बाइपास चौक, हुडा सेक्टर 19 व 20 को जोड़ने वाला चौक, अंबाला रोड बाइपास चौक, तितरम मोड़, ढांड रोड बाइपास चौक, चीका रोड पर बना बाइपास चौक, करनाल रोड बाइपास चौक, विश्वकर्मा चौक डेथ प्वाइंट के रूप में चिह्नित किए गए हैं। वहीं देवबन कैंची चौक, कलायत शहर का कैंची चौक, ढांड का पंचमुखी चौक, गुहला का उधम सिंह चौक व पूंडरी में करनाल मार्ग चौक को भी खतरनाक मोड़ में शामिल किया गया है। यहां पर सर्दी के मौसम में सांकेतिक चिन्ह या बोर्ड लगाने की अधिक जरूरत है। वहीं, लोक एवं निर्माण विभाग द्वारा सर्दी के मौसम शुरू होने के समय में सांकेतिक चिन्ह और सफेद पट्टी लगाने को लेकर अलग से ग्रांट आती है। इस बार कुछ जगहों पर ही कार्य किया है।
कैथल लोक एंव निर्माण विभाग के एक्सईएन केएस फठानियां के अनुसार
सर्दी के मौसम को देखते हुए जिला प्रशासन के आदेशाें पर सड़कों पर सांकेतिक चिन्ह लगाने का कार्य शुरू करवा दिया गया है। जल्द ही सभी जगहों पर यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद वाहन चालकों को कोई परेशानी नहीं होगी।