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बिना फास्टैग अब टोल पर करना पड़ेगा इंतजार

फास्टैग बनवाने के लिए 15 दिसंबर तक की छूट मिली इससे वाहन मालिकों ने थोड़ी राहत की सांस ली। टोलकर्मियों ने बिना फास्टैग वाहनों को बज्र लाइन से गुजारना शुरू किया दिया एनएचएआइ कार्यालय में शनिवार को लोगों की भीड़ बढ़ गई। फास्टैग बना रहे आइसीआइसीआइ और आइडीएफसी बैंक के कर्मचारियों ने दस्तावेजों की लिस्ट बढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 08:05 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 06:16 AM (IST)
बिना फास्टैग अब टोल पर करना पड़ेगा इंतजार
बिना फास्टैग अब टोल पर करना पड़ेगा इंतजार

जागरण संवाददाता, पानीपत : फास्टैग बनवाने के लिए 15 दिसंबर तक की छूट मिली, इससे वाहन मालिकों ने थोड़ी राहत की सांस ली। टोलकर्मियों ने बिना फास्टैग वाहनों को बज्र लाइन से गुजारना शुरू किया दिया, एनएचएआइ कार्यालय में शनिवार को लोगों की भीड़ बढ़ गई। फास्टैग बना रहे आइसीआइसीआइ और आइडीएफसी बैंक के कर्मचारियों ने दस्तावेजों की लिस्ट बढ़ा दी है।

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टोल प्लाजा स्थित एनएचएआइ कार्यालय में शनिवार को भी कतार लगी रही। सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंचे लोगों का दोपहर 1 बजे तक नंबर आया। कई वाहन मालिक चंद इंतजार करने के बाद लौट गए। लोगों ने फास्टैग के नाम पर 500 रुपये वसूली को ठगी बताया। फास्टैग बनाने के लिए कर्मचारियों और बूथ की संख्या बढ़ाने की मांग की। वाहन मालिकों को ठगी से बचाओ

फास्टैग बनवाने के लिए एनएचएआइ कार्यालय पहुंचे बाबरपुर निवासी ओपी पसरीचा को जैसे ही आइसीआइसीआइ और आइडीएफसी कंपनी के 500 रुपये में फास्टैग बनाए जाने की बात पता चली तो वह कर्मचारियों पर भड़क गए। एनएचएआइ के बूथ रहे खाली, 100 रुपये बढ़ाई एसबीआइ फास्टैग की कीमत

एनएचएआइ ने टोल प्लाजा के दोनों ओर सड़क किनारे बूथ बना दिए, लेकिन प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी इन बूथों में बैठने के बजाय इनके आसपास खड़े होकर फास्टैग बनाने लगे। एसबीएल कंपनी के कर्मचारी एसबीआइ बैंक के फास्टैग 600 रुपये में बेचते दिखाई दिए। शुक्रवार तक यही फास्टैग 500 रुपये में बेचा जा रहा था।


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