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मंडी में बारदाने की कमी, गेहूं खरीद पर संकट

बारदाने की कमी से मंडी में खरीद कार्य धीमी गति से हो रहा है। आवक बढ़ने से किसान खुले आसमान के नीचे गेहूं रखने के लिए मजबूर हैं। अभी तक पानीपत अनाज मंडी में तीन हजार क्विटल से अधिक गेहूं आ चुका है। मौसम ने करवट ली तो इसकी सीधी मार किसानों पर पड़ने वाली है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Apr 2019 07:30 AM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2019 07:30 AM (IST)
मंडी में बारदाने की कमी, गेहूं खरीद पर संकट
मंडी में बारदाने की कमी, गेहूं खरीद पर संकट

जागरण संवाददाता, पानीपत : बारदाने की कमी से मंडी में खरीद कार्य धीमी गति से हो रहा है। आवक बढ़ने से किसान खुले आसमान के नीचे गेहूं रखने के लिए मजबूर हैं। अभी तक पानीपत अनाज मंडी में तीन हजार क्विटल से अधिक गेहूं आ चुका है। मौसम ने करवट ली तो इसकी सीधी मार किसानों पर पड़ने वाली है।

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बता दें कि जिले के 1.98 लाख किसानों ने इस साल 72 हजार हेक्टेयर में गेहूं की काश्त की है। इस सीजन में अच्छी फसल हुई है। मार्च माह के अंत से ही अधिकतर किसानों ने गेहूं की कटाई कर मंडी पहुंचना शुरू कर दिया था। हालांकि, पांच दिन की आढ़तियों की हड़ताल से पहले कामकाज बाधित रहा। अब बारदाने की कमी से मंडी में खरीद कार्य धीमी गति से हो रहा है। नहीं है एंट्री गेट, चोरी का डर

नोहरा गांव से आए किसान सेठपाल ने बताया कि मंडी में एंट्री गेट नहीं होने के कारण संदिग्ध लोग वाहन लेकर इधर-उधर घूमते रहते हैं। चौकीदार नहीं होने के कारण अपनी फसल की खुद हिफाजत करनी पड़ती है। हर समय गेहूं के कट्टे चोरी होने का डर सताता रहता है। अधिकारी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। बारदाना लेकर चली थी ट्रेन, कानपुर में पटरी से उतरा रैक

खरीद एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक पश्चिम बंगाल से 10 लाख कट्टे बारदाना लेकर तीन मालगाड़ी रवाना हुई थी। एक मालगाड़ी पानीपत आ रही थी लेकिन कानपुर के पास चार डिब्बे पटरी से उतर गए। इससे मंडी में बारदाने की कमी खल रही है। हैफेड के डीएम सत्यनारायण ने बताया कि शुक्रवार रात या शनिवार सुबह तक मालगाड़ी के पानीपत पहुंचने का अनुमान है। शेड नहीं होने से बढ़ी परेशानी

किसान जसमेर ने बताया कि मंडी में केवल एक ही शेड होने के कारण किसानों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। किसान पिछले साल से एक नया शेड बनाने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हुई। मजबूरन खुले आसमान के नीचे गेहूं रखना पड़ रहा है। किसानों की परेशानियों को देखते हुए शेड का बजट पास कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। आचार संहिता के कारण फिलहाल काम रुका हुआ है। बारदाने की समस्या भी जल्द दूर कर दी जाएगी।

अजमेर मलिक, मार्केट कमेटी चेयरमैन


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