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पानीपत और बाबरपुर मंडी में गेहूं की खरीद में तेजी

मैसेज आने के बाद ही किसानों द्वारा गेहूं लाने की शर्त को हटा दिया गया है लेकिन मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 07:54 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 07:54 AM (IST)
पानीपत और बाबरपुर मंडी में गेहूं की खरीद में तेजी
पानीपत और बाबरपुर मंडी में गेहूं की खरीद में तेजी

जागरण संवाददाता, पानीपत : जिले की मंडियों में गेहूं की आवक तेजी पकड़ने लगी है। मंगलवार को भी पानीपत व बाबरपुर मंडी में 26 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई। इनमें से 13 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हुई। पानीपत मंडी में जहां एफसीआइ, वहीं बाबरपुर मंडी में हैफेड द्वारा खरीद की गई। दूसरी ओर मैसेज आने के बाद ही किसानों द्वारा गेहूं लाने की शर्त को हटा दिया गया है, लेकिन मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना चाहिए।

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मार्केट कमेटी सचिव नरेश कुमार मान ने बताया कि मंडी में गेहूं की आवक दिन प्रतिदिन अब बढ़ने लगी है। जैसे कटाई में तेजी आएगी, उसी तरह आवक भी बढ़ती जाएगी। मंगलवार को पानीपत अनाज मंडी में 13 हजार 666 क्विंटल गेहूं की आवक हुई, जबकि 1330 क्विंटल की खरीद हुई। वहीं बाबरपुर अनाज मंडी में 12 हजार 677 क्विंटल की आवक हुई और 11 हजार 827 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। सचिव ने किसानों से आग्रह किया की अपनी फसल को सुखाने के साथ ही साफ करके लाए, ताकि मंडी में खरीद के दौरान किसी तरह की दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि खरीद के साथ एजेंसियों ने उठान भी शुरू कर दिया है। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

कमेटी सचिव ने कहा कि अब किसान बगैर मैसेज लाए भी अपनी गेहूं की फसल को मंडी लाकर बेच सकते हैं। लेकिन उसका मेरी फसल, मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जरूर होना चाहिए। बगैर रजिस्ट्रेशन के गेहूं खरीद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी किसान के पास मैसेज आता है और वो उस दिन अपनी गेहूं मंडी नहीं ला पाता है तो मैसेज में आई तिथि को अपने हिसाब से बदलवा भी सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में प्रक्रिया को सरल किया है।

20 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेंद्र देव आर्य ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल चालू किया गया है। जिस पर किसानों द्वारा अपनी फसलों का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। रबी के सीजन की फसलों के रजिस्ट्रेशन को लेकर पोर्टल को खोला गया था। उसे 18 मार्च से बंद कर दिया गया। लेकिन गेहूं की फसल का किसी कारणवश काफी किसान रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए थे। ऐसे में सरकार ने 5 व 6 अप्रैल को पोर्टल दोबारा से खोला था। जिले से मंगलवार दोपहर तक 19 हजार 700 किसानों ने गेहूं की फसल को लेकर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया। इससे 1 लाख 58 हजार 312 एकड़ एरिया कवर हुआ।

पोर्टल खुलने का समय बढ़ाया जाए

भाकियू के जिला प्रधान कुलदीप बलाना ने सरकार से मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल खोले जाने का समय बढ़ाने के साथ पटवारी की आइडी भी खोलने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पटवारी की आइडी बंद होने के कारण पोर्टल पर फसल के रजिस्ट्रेशन का कोई फायदा नहीं है। क्योंकि पटवारी द्वारा खेत में खड़ी फसल संबंधित वेरीफिकेशन की जाती है। प्रधान ने बताया कि पटवारी की वेरीफिकेशन गलत होने के कारण जिले के सैकड़ों किसान परेशान हैं। अकेले समालखा के गांव महावटी से 22 हजार एकड़ के रजिस्ट्रेशन में से पांच हजार का रजिस्ट्रेशन दिख नहीं रहा है। ये समस्या बढ़ी होने से पहले सरकार इसका समाधान कराए।


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