हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का दिख सकता है असर, जानिए 24 घंटे में कैसा रहेगा मौसम
हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिख सकता है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी संभव है। वहीं इस महीने अब तक कई बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआलेकिन बारिश नहीं हुई।
करनाल, जेएनएन। मार्च माह में परिवर्तन का दौर जारी है। मौसम विभाग ने वीरवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। इस माह में कई बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए हैं, लेकिन अधिक बरसात नहीं हुई है। इस समय यदि बरसात होती भी है तो फसल को बड़ा नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग के आंकलन के मुताबिक इस समय उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर के ऊपर एक पश्चिम विक्षोभ बना हुआ है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पश्चिमी पंजाब व हरियाणा के ऊपर है। जिस कारण वीरवार को कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है। वहीं बुधवार को अधिकतम तापमान बढ़ोतरी के साथ 31.0 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है, वहीं न्यूनतम तापमान में भी उछाल देखने को मिला है। जो 14.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 94 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को घटकर 53 फीसदी रह गई। हवा 3.2 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बादल छा सकते हैं।
ज्यादा नहीं बढ़ेगा तापमान, मौसम परिवर्तन के कारण रहेगा नियंत्रण में
मार्च माह में पश्चिमी विक्षोभ लगातार सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। आगे भी इसी प्रकार से सक्रियता की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। ऐसे में संभव है कि अधिकतम तापमान में अब ज्यादा उछाल इस माह देखने को नहीं मिलेगा। ज्यादा गर्मी नहीं होगी। यानि अप्रैल माह में ही लोगों को गर्मी का वास्तविक अहसास होगा।
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