ठंड के तेवर बढ़े, हरियाणा के कई जिलों में बारिश से न्यूनतम तापमान में गिरावट
पानीपत सहित आसपास के क्षेत्रों में लगातार तापमान में गिरावट जारी है। वहीं बारिश की वजह से ठंड और ज्यादा बढ़ गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी ये ठंड जारी रहेगी। वहीं एक दो दिन में और बारिश होगी।
पानीपत, जेएनएन। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के साथ चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने ठंड को बहुत अधिक बढ़ा दिया है, जबकि मैदानी क्षेत्रों विशेषकर हरियाणा, एनसीआर के कुछ भागों में हुई बूंदाबांदी से ठंडक ओर बढ़ गई है। लोगों को हाड कंपकंपा देने वाली ठंड ने बेहाल किया हुआ है। इस समय जम्मू-कश्मीर और इससे सटे भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। हालांकि यह सिस्टम बहुत सक्रिय नहीं है। जबकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ 3 जनवरी के आसपास उत्तर भारत में आएगा, जो काफी सक्रिय होगा और उत्तर भारत के पहाड़ों पर व्यापक वर्षा एवं बर्फबारी दे सकता है।
उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं का कहर जारी है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व दिल्ली में भी तापमान में गिरावट के चलते भीषण शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है। केंद्रीय मृदा लवणता अनुंसधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के राज्यों में मौसम बदलेगा।
हवाओं के रुख में भी बदलाव होने से तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में अधिकांश जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बना रहेगा जिससे शीतलहर का प्रकोप और पाला पड़ने की आशंका अगले 24 घंटों तक भी बनी रहेगी।
इस बीच हवाओं के रुख में बदलाव के कारण उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां भी शुरू हो सकती हैं। दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कुछ भागों पर आंशिक बादल छाएंगे जिससे इन भागों में बूँदाबाँदी हो सकती है। बारिश 3 जनवरी से बढ़ेगी।
कुरुक्षेत्र में भी अलसुबह हुई बूंदाबांदी ने दी धुंध से राहत
साल 2021 की शुरुआत में पहले ही दिन घनी धुंध रहने के बाद दूसरे दिन अलसुबह बूंदाबांदी शुरू हो गई। अलसुबह साढे चार बजे शुरू हुई बूंदाबादी करीब 10 बजे तक जारी रही। सुबह ही रुक-रुक हो रही बूंदाबांदी से दैनिक कार्यों के लिए घर से निकलने वालों को परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि बूंदाबांदी होेने पर धुंध छंट गई है। मौसम विशेषज्ञों ने अभी तीन दिनों तक आसमान में बादल और बूंदाबांदी जारी रहने का अनुमान जताया है। बूंदाबांदी से ठंड और बढ़ गई है। बूंदाबांदी के साथ चली हवा से ठिठुरन बढ़ने पर सुबह देर तक सड़कें सुनसान दिखी।
गेहूं के लिए वरदान है बूंदाबांदी
कृषि उपनिदेशक डा. प्रदीप मील ने बताया कि इन दिनों में ठंड के साथ होने वाली बूंदाबांदी गेहूं के लिए वरदान है। किसान गेहूं मेें यूरिया खाद का छिड़काव कर सकते हैं। इससे गेहूं की फसल में फुटाव होगा, जिससे पैदावार बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि ज्यादा और लंबी चलने वाली ठंड सब्जी के लिए नुकसानदायक है।