घूसखोरी में कैथल के एसडीएम गिरफ्तार, विजिलेंस की टीम ने की कार्रवाई
घूसखोरी मामले में कैथल के एसडीएम अमरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। ओवरलोड वाहनों को बेरोकटोक घूमने के मामले में रिश्वत लेने का मामला। विजिलेंस द्वारा आरटीए टीम के एएसआइ जसपाल सिंह ने पूछताछ में किया था खुलासा।
अंबाला, जागरण संवाददाता। ओवरलोडेड वाहनों को स्टीकर जारी कर बेरोकटोक घूमने और रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस ने एसडीएम कैथल अमरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। आरटीए विभाग के एएसआइ जसपाल सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, जिसके बाद कई नामों का खुलासा हुआ था। इसी कड़ी में अब एसडीएम कैथल अमरेंद्र को गिरफ्तार किया गया है।
मामला काफी सुर्खियों में आया, जबकि इस प्रकरण में कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं। डायरेक्टर विजिलेंस शत्रुजीत कपूर पुष्टि की है कि एसडीएम कैथल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसडीएम कैथल के पास अंबाला के आरटीओ का अतिरिक्त चार्ज था और यह प्रकरण उसी दौरान सामने आया था।
पूछताछ में हुए कई खुलासे
उल्लेखनीय है कि कैथल के चीका निवासी ट्रांसपोर्टर देवराज ने इस संबंध में शिकायत दी थी। इसी शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित एएएआई देवराज को दबोचा था। जसपाल से हुई पूछताछ में कई खुलासे हुए। पूछताछ में पता चला कि आरटीओ विभाग की मिलीभगत से ओवरलोडेड वाहनों को विशेष तरह के स्टीकर जारी किए जाते थे। इसी कारण से ओवरलोडेड वाहनों को बेराेकटोक घूमने के लिए मोटी रिश्वत भी ली जाती है। जिन गाड़ियों पर स्टीकर नहीं होते थे, उनको कर्मचारी और अधिकारी रोकते थे।
आरटीओ विभाग के एएएआइ जसपाल सिंह को भी हिरासत में लिया
रिश्वतखोरी के मामले का खुलासा हुआ तो विजिलेंस की टीम ने आरटीओ विभाग के एएएआइ जसपाल सिंह को हिरासत में लिया था। एएएआइ जसपाल सिंह ने पूछताछ में बताया था कि रिश्वत की रकम को आरटीए इंस्पेक्टर अजय सैनी को दी जाती थी। अजय सैनी ने गिरफ्तारी के डर से हाईकोर्ट में अग्रिम याचिका दायर की है। एक के बाद एक इस प्रकरण की परतें खुलती गई है। अब इस प्रकरण में विजिलेंस ने एसडीएम कैथल अमरेंद्र को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं एसडीएम को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा।