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महंगी हो गईं सब्जियां, टमाटर, मटर और गोभी के क्‍यों बढ़ रहे दाम

सब्जियां महंगी हो गई हैं। बारिश की वजह से सब्जियों की दाम लगातार बढ़ रहे हैं। टमाटर मटर और आलू की फसल खराब होने से दाम में वृद्धि हो रही है। फसलों के खराब होने की वजह से सब्जियों के दाम अभी और बढ़ सकते हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 01:16 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 01:16 PM (IST)
महंगी हो गईं सब्जियां, टमाटर, मटर और गोभी के क्‍यों बढ़ रहे दाम
सब्‍जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।

अंबाला, जागरण संवाददाता। हरियाणा में सब्‍जी महंगी हो गई है। बाजार में सब्‍जी के दाम बढ़ गए हैं। आलू, मटर, टमाटर, गोभी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। सब्‍जी के दाम बढ़ने की वजह आवक की कमी बताई जा रही है। वहीं दो से चार दिनों में सब्‍जी के दामों में और ज्‍यादा बढ़ोत्‍तरी होगी।    

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लगातार 4 दिनों से चल रही बरसात से शुरुआती दिनों में किसानों और आमजन की बांछें खिल गई थी लेकिन अब यही बरसात आमजन के लिए आफत बन गई है। लगातार हो रही इस बरसात का सबसे बुरा असर सब्जी उत्पादक किसानों पर पड़ा है। बरसात के चलते खेतों में खड़ी आलू की फसल गलने लगी है। इसी तरह मटर व टमाटर की फसल के फूल झड़ चुके हैं। लिहाजा इनका उत्पादन भी अब घट जाएगा।

उत्पादन घटने से इन सभी सब्ज़ियों के दामों में तेजी आना तय है।बरसात से पहले खुरदरा बाजार में टमाटर 30 रुपये किलो बिक रहा था। इसी तरह सब्जियों के राजा आलू भी 12 रुपये से लेकर 15 रुपये प्रति किलो आसानी से उपलब्ध हो रहा था। लेकिन रविवार को ही टमाटर अम्बाला में 40 रुपये और आलू 18 रुपये प्रति किलो तक बिका। मटर की बात करें तो हरा मटर 30 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 35 से 40 रुपये हो चुका है जबकि आगे इसके दाम भी बढ़ने तय हैं।

मूली, गाजर और मेथी की फसल के लिए अच्छी

एक ओर जहां मटर, टमाटर, आलू की फसल इस प्रकार से सीधे तौर पर प्रभावित हुई है वहीं मूली, गाजर, शलगम और मेथी कि फसल के लिए यहां बरसात खाद से कम साबित नहीं होगी। इन सब्जियों का उत्पादन बढ़ना तय है। इसी तरह सलाद और जूस में प्रयोग होने वाले चुकंदर के लिए भी बरसात अच्छी रहेगी। हालांकि हरीमिर्च, शिमला व घीया का उत्पादन घटना तय है।

लगातार हुई बरसात के चलते निश्चित तौर पर आलू की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। टमाटर और मटर के फूल भी झड़ चुके हैं। यही हाल बैंगन और हरीमिर्च के भी हैं। इन सभी फसलों को नुकसान बरसात ने पहुंचाया है। उत्पादन घटने से इनके दाम में इजाफा तय है। इसका असर 3-4 दिनों में दिखेगा।

डाक्‍टर सीबी सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं आलू विशेषज्ञ।


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